लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के गठबंधन को तेल और पानी बताते हुये कहा है कि इनका भला कैसे मेल हो सकता है।
योगी ने शनिवार को यहां संवाददाताओं से कहा, “महागठबंधन के ध्रुव अलग-अलग हैं और जनता उसे सफल नहीं होने देगी।” उन्होंने कहा कि लोग मजबूत और तरक्की करता हुआ भारत देखना चाहते हैं और वे इसलिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मोदी के कार्यकाल में देश ने विकास किया है और दुनिया में बड़ी ताकत के तौर पर उभरा है।
योगी ने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कभी कमजोर नहीं रही। उन्होंने कहा, “वर्ष 2014 में हम 73 सीटों पर जीते थे और 2017 में हुये विधानसभा चुनाव में 325 सीटें हासिल की थीं लेकिन इस बार सारे रिकॉर्ड ध्वस्त करते हुये हम कम से कम 74 सीटें जीतेंगे।” मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सबका साथ-सबका विकास के रास्ते पर तेजी से आगे बढ़ रही है और विपक्ष निश्चित हार से बच नहीं सकता।
मोदी ने कहा, “पांच साल के काम का हिसाब देने से पहले, मैं केंद्र की योजनाओं को स्वीकार करने के लिए आप सभी को धन्यवाद देना चाहता हूँ। इस योजना के तहत 50 हजार परिवार के सदस्यों को बिजली का कनेक्शन, बड़ी संख्या में माताओं को गैस का कनेक्शन और एक लाख परिवारों को शौचालय उपलब्ध कराये गये।”
उन्होंने कहा कि तीन लाख लोगों के बैंक खाते खोले गये और मुद्रा योजना के माध्यम से युवाओं को बैंक गारंटी के बिना 100 करोड़ रुपये से अधिक दिये गये हैं। प्रधानमंत्री ने कहा,“यह दुर्भाग्य है कि कांग्रेस के नामदार ने इन सभी के बारे में कभी नहीं सोचा। उन्होंने ‘भलाई नहीं मलाई’के बारे में ही सोचा।
मोदी ने कहा, “ पाँच वर्षों के अनुभव के साथ मैं अगले पाँच वर्षों में विकास का एक आधार बनाना चाहता हूँ जो अगले 25 वर्षों तक चलेगा और उसके लिए मैं आज आपका आशीर्वाद लेने आया हूँ। मैंने राज्य में धर्म, परंपरा और संस्कृति की रक्षा करने की कसम भी खायी हैं। मैं परंपरा, धर्म और संस्कृति में विश्वास रखता हूँ लेकिन कुछ लोग इसको मजाक समझते हैं। पिछले महीने मैंने अपनी यात्रा के दौरान पारंपरिक पोशाक पहनी थी। मेरा मानना है कि यह लोगों का आशीर्वाद है। आपको ऐसा चौकीदार चाहिए या नहीं जो आपकी परंपरा, धर्म और संस्कृति की रक्षा करे? मैं ही चौकीदार नहीं हूं, आप सभी चौकीदार हैं।”
प्रधानमंत्री ने भाषण में रेल एवं हवाई संपर्क सहित राज्य सरकार की विभिन्न विकास योजनाओं उल्लेख किया। आगामी 11 अप्रैल को अरुणाचल प्रदेश विधानसभा की 57 सीटों और दो लोकसभा सीटों के लिए एक साथ मतदान होगा। भाजपा ने पहले ही 60 में से तीन विधानसभा सीटें जीतकर अपना खाता खोल लिया है।