मुंबई। शिव सेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने पहली ही मुलाकात में शिव सेना को अगले चुनाव में मुख्यमंत्री पद का प्रस्ताव दिया था।
इसके पूर्व शुक्रवार को मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा था कि ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय मेरे सामने नहीं हुआ था। इस बयान पर ठाकरे ने कहा कि पहली बार किसी ने हमारे परिवार पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है जिसें हम स्वीकार नहीं करते।
उन्होंने कहा कि फडणवीस हमारे अच्छे मित्र हैं, इसीलिए हमने मुख्यमंत्री बनाने के लिए अपना समर्थन दिया था। यदि कोई और मुख्यमंत्री उस समय बनता तो शायद हम समर्थन नहीं देते, लेकिन फडणवीस द्वारा हमें झूठा साबित करना हमें ठीक नहीं लगा।
उन्होंने कहा कि शाह ने सत्ता में 50-50 फार्मूला की बात कही थी। उन्होंने कहा कि यदि भाजपा की ओर से इस फार्मूले पर चर्चा के लिए बुलाया जाता तो हम जरूर बात करते और किसका मुख्यमंत्री पहले बनेगा और किसका बाद में या अन्य पदों के लिए चर्चा होती लेकिन हमारी मांग पर उन लोगों ने गौर नहीं किया। हम वही बात कर रहे थे जिसे शाह ने माना था।
उन्होंने कहा कि सत्ता बनाने का दावा करो अन्यथा विकल्प खुला हुआ है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि राम मंदिर का श्रेय केन्द्र सरकार नहीं ले सकती क्योंकि इसका निर्णय तो अदालत कर रही है। उन्होंने कहा कि गठबंधन रखना या नहीं रखना भाजपा के हाथ में है।