सबगुरु न्यूज-सिरोही। सिरोही जिला कलक्टर भगवती प्रसाद और पुलिस अधीक्षक कल्याणमल मीणा ने सोमवार को संयुक्त पत्रकार वार्ता आयोजित की। इस दौरान दोनों ने प्रशासन और पुलिस द्वारा कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए प्रभावी कदमों से अवगत करवाते हुए लोगों से अपने घरों में ही रहने की अपील की।
जिला कलक्टर ने अपील की है कि लॉक आउट को मजाक मे न लें। थोड़ी सी लापरवाही समाज को खतरे में डाल सकती है। उन्होंने कहा कि धारा 144 की पालना करें और एक दूसरे से दूरी बनाए रखें। गांव में किसी बाहरी जिले, राज्य या देश से आने वाले व्यक्ति की सूचना तुरंत कंट्रोल रूम पर देवें जिससे उनकी स्क्रीनिंग करके आवश्यक होने पर होम कारेंटाइन किया जा सके। उन्होंने कहा कि 31 मार्च तक धारा 141 लागू है, कोई भी व्यक्ति अनावश्यक बाहर नहीं निकलें और आवश्यक सामग्री खरीदने निकले भी तो दुकान पर समुचित दूरी बनाए रखे।
-दानदाताओं से की अपील
उन्होंने जिले के दानदाताओं से अपील की कि वह जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं सोवे इसका ध्यान रखा जाए। उन्होंने दानदाताओं व समाजसेवियों से ऐसे लोगों को पका हुआ भोजन व कच्चा भोजन का सहयोग करने की अपील की। कलक्टर ने कहा कि समाजसेवी व दानदाता खाने का पैकेट व कच्चे खाने का पैकेट बनाकर जिला प्रशासन को उपलब्ध करवा सकता है।
इसे वितरण करवाने की व्यवस्था जिला प्रशासन व स्थानीय प्रशासन की होगी। उन्होंने कहा कि कोई व्यक्ति चाहे तो भोजन वितरण के लिए वाहन की व्यवस्था भी कर सकता है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन नगर परिषद व ग्राम पंचायत स्तर पर बेघर, दैनिक वेतन वाले, मजदूर वर्ग के लोगों की सूची तैयार करवा रहा है, जिससे लॉक डाउन के दौरान इन्हें भोजन का वितरण करवा सके। कलक्टर ने बताया कि जरूरत मंदों को एडवांस राशन वितरित किया जाएगा वहीं भी पेंशन भी अप्रेल माह में ही दे दी जाएगी।
-सेनेटाइजर के चक्कर मे न पड़ें साबुन उपयोग करें
जिला कलक्टर ने सेनेटाइजर के बढ़ते दामों पर चिंता जताते हुए ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई के लिए स्थानीय प्रशासन व पुलिस को सूचित करने की अपील की। उन्होंने कहा कि लोग सेनेटाइजर के चक्कर में न रहें, अपने हाथों को साबुन से नियमित रूप से धोते रहें, मांग कम होगी तो वैसे ही सेनेटाइजर को कोई पूछेगा नहीं।
उन्होंने कहा कि यूं तो मास्क खांसी, जुकाम से पीडि़त लोगों को लगाना है, लेकिन यदि मास्क नहीं है तो लोग अपने मुंह पर कपड़ा बांधकर निकल सकते हैं। उन्होंने कहा कि 15 साल से कम और 60 साल से ज्यादा उम्र के बच्चे और वृद्ध किसी भी स्थिति में घरों से बाहर नहीं निकलें। इनके संक्रमण की जद में आने की सबसे ज्यादा आशंका रहती है।
-मेले मंदिर आदि से दूर रहने की अपील
एडीएम रिछपालसिंह बुरडक ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि संक्रमण की आशंकाओं के बीच मेले आदि में जाने से बचें। उन्होंने कहा कि इसी कारण मंदिर आदि भी बंद करवाए गए हैं जिससे वहां लोगों का एकत्रितकरण नहीं होवे।
-पुलिस प्रशासन हुआ सख्त
पुलिस अधीक्षक ने अपील की कि कोई भी व्यक्ति बाहर नहीं निकले। उन्होंने कहा कि कालाबाजारी या 10 मार्च के बाद गांव, शहर में आए लोगों की सूचना नजदीकी पुलिस स्टेशन व पुलिस कंट्रोल रूम पर भी दे सकते हैं। एएसपी हर्ष ने कहा कि यदि आवश्यक वस्तुओं की सामग्रियों को छोडक़र यदि किसी अन्य वस्तु की दुकान खुली दिखी तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने चेताया कि जागरूकता नहीं दिखाई तो जनसामान्य की जिंदगी को खतरे में डालने वाले ऐसे लोगों का गिरफ्तार भी करना पड़ा तो प्रशासन पीछे नहीं हटेगा। एक सवाल के जवाब में जिला कलक्टर ने कहा कि आवश्यक वस्तुओं की दुकानों और प्रतिष्ठानों को खोलने के लिए कोई निश्चित समय सीमा नहीं रखी गई है, ऐसा करने पर लोगों का मजमा लगेगा जो अभी सबसे ज्यादा नजरअंदाज करना है।
-क्वेरंटाइन में भी रहें दूर
जिला कलक्टर ने कहा कि क्वेरंटाइन किये जाने वाले लोगों के घरों व उनकी हथेली पर मोहर लगाई जा रही है। ऐसे लोगों से दूर रहें और ऐसे घर में जाएं भी नहीं। निश्चित सुरक्षित दूरी रखें। उन्होंने कहा कि क्वेरंटाइन किया गया व्यक्ति अपने घर में भी घर के सदस्यों से दूरी बनाए रखे ताकि संक्रमण न फैले।
-चार रास्तों से जिले में एंट्री
पुलिस अधीक्षक कल्याणमल मीणा ने बताया कि जिले की सीमा को सील कर दिया गया है। जिले में प्रवेश करने के लिए चार मार्ग निर्धारित किए गए हैं। ये मोरस, मावल, शिवगंज और मंडार हैं। उन्होंने अपील की है कि जिले में आने के लिए इन्हीं मार्गों से आएं जिससे स्क्रीनिंग की जा सके।