सारांस्क | वर्ष 2014 के गोल्डन बूट विजेता जेम्स रोड्रिग्ज़ और शीर्ष स्कोरर राडामेल फाल्काओ स्टारर कोलंबिया फीफा विश्वकप में निचली रैंक जापान के खिलाफ अपने ग्रुप एच में विजयी शुरूआत के लक्ष्य के साथ उतरेगी जबकि एशियाई टीम की कोशिश मौजूदा टूर्नामेंट में हो रहे बड़े उलटफेरों के जैसा कोई कारनाम दिखाने की होगी।
ग्रुप एच में कोलंबिया जापान के खिलाफ मंगलवार को यहां मोरडोविया एरेना में अभियान शुरू करेगी। कोलंबियाई टीम के पास कई शानदार खिलाड़ी हैं और उसे उम्मीद है कि वह आसान जीत दर्ज कर लेगी जबकि ग्रुप की अन्य मजबूत टीमों में पोलैंड और सेनेगल शामिल हैं। कोलंबिया जहां दुनिया की 16वीं रैंक टीम है तो वहीं जापान की रैंकिंग 61 है। कोलंबिया ने इससे पहले 2014 विश्वकप में भी जापान को ग्रुप चरण में 4-1 से हराया था और उसे दोबारा ऐसी ही आसान जीत की उम्मीद है। फाल्को ने हाल ही में इंस्टाग्राम पर लिखा“ हम रूस जीतने जा रहे हैं।” ब्राजील विश्वकप में कोलंबियाई टीम क्वार्टरफाइनल तक पहुंची थी जो उसका विश्वकप में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
हालांकि रूस के लिये विश्वकप क्वालिफिकेशन में कोलंबिया का प्रदर्शन उतना कमाल का नहीं रहा है और दो साल में उसने केवल 21 गोल ही किये हैं। दक्षिण अमेरिकी क्वालिफायर के 18 मैचाें में वह किनारे से ही पास हुई और आखिरी चार मैचों में उसे तीन अंक ही मिले और वह चौथे नंबर पर रहकर रूस पहुंची।
अर्जेंटीना के कोच जोस पेकरमैन के मार्गदर्शन में कोलंबियाई टीम हालांकि अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर रही है। मिडफील्डर एबेल एगुइलर ने भी टीम को रूस में आत्मविश्वास से खेलने के लिये प्रेरित किया। विश्वकप के लिये क्वालीफाई करने के बाद कोलंबिया ने काफी दोस्ताना मैच हारे हैं लेकिन जापान के लिये एएस मोनाको के फाल्को और बायर्न म्युनिख के रोड्रिग्ज़ बड़ी चुनौती पेश कर सकते हैं।
जापान के मुख्य कोच तथा पूर्व मिडफील्डर अकीरा निशिनो ने अप्रैल में ही टीम का पदभार संभाला है और उन्होंने विश्वकप के लिये अनुभवी टीम को उतारा है जिसमें तीन खिलाड़ी यूतो नागातोमो, शिंजी ओकाजाकी और माकोतो हसीबी ने 100 से अधिक अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं।