संता: आज इतनी ठंड क्यों है?
बंता: सूरज नही निकला ना
संता: क्यों नही निकला?
बंता:
उसकी मम्मी ने नही निकलने दिया।
बोली कि ठंड में कहाँ जायेगा, पड़ा रह कम्बल में, फालतू की आवारागर्दी करेगा।
विदेश यात्रा से लौटकर आये संता ने अपनी बीवी से पूछा- क्या मैं विदेशी जैसा दिखता हूं?
बीवी- नहीं तो
संता- तो फिर लन्दन में एक औरत क्यों पूछ रही थी कि मैं विदेशी हूं
अकबर: आज हम बहुत खुश हैं। सारे कैदियों को रिहा कर दिया जाए।
जेल से एक बूढ़ा भी निकलकर आया।
अकबर: तुम तो बहुत बुजुर्ग हो। यहां कब से बंद हो?
बूढ़ा कैदी: हुजून, मैं तो आपके पिता के ज़माने से यहां कैद हूं।
अकबर रोते हुए बोला- इसको फिर से कैद में डाल दो क्योंकि यह हमारे पिता जी की आखिरी निशानी है।
बॉस गुस्से में: तुमने कभी उल्लू देखा हैं?
वर्कर: सिर झुकाते हुए, नहीं सर।
बॉस: नीचे क्या देख रहे हो, मेरी तरफ देखो।
Boss : – क्या आपको “ब्रिटिश” भाषा आती है…?
Boy : – हाँ, आती है…
Boss : – कुछ बोल के दिखाओ…
Boy : – “डूगना लागान डेना पडेगा बुवन” !!!
Boss : – निकल यहाँ से साले…!!!