बारां। राजस्थान में बारां जिले के छबड़ा में रविवार को दो समुदायों के बीच हुए संघर्ष के बाद मंगलवार को स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में बताई गई है, हालांकि कर्फ्यू में किसी तरह की ढील नहीं दी गई।
पुलिस अधीक्षक विनीत बंसल ने बताया कि दर्ज मामलों में पुलिस ने अब तक 25 लोगों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि जब तक हालात सामान्य नहीं होते तब तक इंटरनेट सेवाओं पर पाबंदी लगी रहेगी।
उधर, पूरा छबड़ा छावनी में तब्दील हो गया है। जिला प्रशासन ने स्थिति को देखते हुए मंगलवार को कर्फ्यू में ढील नहीं दी। संभागीय आयुक्त केसी मीणा, पुलिस महानिरीक्षक रवि दत्त, जिला कलेक्टर राजेंद्र और पुलिस अधीक्षक छबड़ा में ही डेरा जमाए हुए हैं।
कल शाम को पुलिस अधिकारियों ने शांतिवार्ता करके लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकला। पुलिस अधिकारियों ने उपद्रवियों को पकड़ने के लिए दो दिन का समय मांगा है।
बाजारा में अब भी सन्नाटा पसरा है। इस बीच दुकानदारों ने थाने में मामले दर्ज करवाए। उपद्रव में दुकानदारों को काफी नुकसान हुआ है। वह दंगे में दुकानों में रखे सामान की राख देखकर आंसु बहा रहे हैं। उनके सामने एकाएक आजीविका का संकट खड़ा हो गया है।
इन दंगों के लिए आमजन पुलिस के गैर जिम्मेदाराना रवैये को कोस रहा है। पुलिस ने शनिवार को ही तत्परता दिखाई होती तो स्थिति इतनी नहीं बिगड़ती। प्रशासन ने भी आसपास के थानों से पुलिस बल बुलाकर इतिश्री कर ली। इससे पर्याप्त पुलिस बल नहीं होने से दंगाई इतनी बड़ी घटनाओं को अंजाम दे गए।
सूत्रों ने बताया कि नगर में कर्फ्यू के बीच लोग दूध, फल, सब्जी एवं किराने के सामानों के लिए तरस रहे हैं। प्रशासन ने अब तक इसकी कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की है। इंटरनेट बंद रहने से भी लोग काफी परेशान हैं।