अजमेर। स्मार्ट सिटी अजमेर में स्थित सौ साल से भी ज्यादा पुराने टाउनहॉल और वर्तमान में गांधी भवन में बुधवार से कंप्यूटराइज्ड ई-लाइब्रेरी शुरु हो गई।
लाइब्रेरी का साहित्यकार पद्मश्री चंद्रप्रकाश देवल, शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने फीता काटकर किया। महापौर धर्मेन्द्र गहलोत, कलेक्टर आरती डोगरा समेत कई जनप्रतिनिधि इस मौके पर मौजूद रहे।
अजमेर नगर निगम की ओर से करीब पच्चीस लाख रुपए खर्च करके चार हजार वर्गफुट भूमि पर इसका निर्माण कराया गया है। इस लाइब्रेरी का आधुनिकीकरण कर यहां वातानुकूलित मां सरस्वती, पूर्व राष्ट्रपति डॉ. राधाकृष्णन एवं एपीजे अब्दुल कलाम, गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर आदि के नाम पर पांच कक्ष बनाए गए हैं।
लाइब्रेरी में रखी तीस हजार पुस्तकों का कंप्यूटर पर डाटा तैयार करा लिया गया है। जरुरतमंद पाठक पुस्तकों को लाइब्रेरी में बैठकर तो पढ़ ही सकेंगे साथ ही निर्धारित शुल्क जमा कराने के बाद पंद्रह दिन के लिए पुस्तक को घर ले जाने की सुविधा भी होगी।
लाइब्रेरी में अनेक ऐतिहासिक पुस्तकों का संकलन है। यहां उर्दू भाषा की भी सैंकड़ों पुस्तकें मौजूद है। इनमें अकबरनामा एवं बाबरनामा भी शामिल है। इसके अलावा स्वतंत्रता से पूर्व अजमेर राज्य से जुड़ी पुस्तकें है तो कर्नल जैम्स टॉड जैसे लेखकों की पुस्तकें भी विद्यमान है।