नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि 17वीं लोकसभा में भले ही पार्टी के 52 ही सदस्य जीतकर आए हैं, लेकिन सदन में सभी आत्मविश्वास के साथ खड़े होकर जनता के मुद्दे उठाएंगे और हर कदम पर भारतीय जनता पार्टी का मुकाबला करेंगे।
गांधी ने कांग्रेस संसदीय दल का नेता चुनने के लिए शनिवार को संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस सिर्फ विपक्षी राजनीतिक पार्टी से ही नहीं लड़ी बल्कि उसने देश के हर संस्थान के खिलाफ लड़ाई लड़ी है और ऐसी स्थिति में 52 सांसदों का संसद में पहुंचना बड़ी कामयाबी है।
उन्होंने कहा कि पार्टी के सदसयों की संख्या सदन में भले ही 52 हो, लेकिन वे हर कदम पर भाजपा का मुकाबला करेंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि पार्टी फिर सत्ता में वापसी करेगी।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि यह चुनाव अब तक के सभी चुनावों से एकदम अलग था। इसमें कांग्रेस ने राजनीतिक दलों के साथ ही देश के हर संस्थान से लड़ाई लड़ी है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस नेताओं इस चुनाव को जबरदस्त तरीके से लड़ा है। हर संस्थान ने कांग्रेस के लोगों को संसद में आने से रोकने का प्रयास किया, लेकिन पार्टी के चयनित सांसदों की ताकत ने उनके मंसूबे पूरे नहीं होने दिए।
गाँधी ने कहा कि पिछली लोकसभा में कांग्रेस के सिर्फ 44 सदस्य थे और उन्होंने पांच साल तक भाजपा को संसद में कठघरे में खड़ा करके रखा था। इस बार 52 सदस्य हैं और उन्हें पूरा भरोसा है कि कोई भी संस्थान उनको हक की लड़ाई के मुकाबले में रोक नहीं सकेगा।
उन्होंने इस चुनाव को कांग्रेस के लिए आत्ममंथन करने का एक अवसर बताया और कहा कि इससे पार्टी को दोबारा खड़ा होने के लिए ताकत मिलेगी। पार्टी की विचारधारा के लिए लड़ने के लिए उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को धन्यवाद दिया और कहा कि आज कोई भी संस्थान नहीं है जो कांग्रेस के खिलाफ न हो, लेकिन पार्टी के कार्यकर्ता डटकर अपनी लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्हें पक्का भरोसा है कि पार्टी फिर मजबूत होकर उभरेगी।
उन्होंने कहा कि सिर्फ कांग्रेस ही है जो भाजपा का मुकाबला कर सकती है। जो लोग संसद में कांग्रेस का विरोध कर रहे हैं, वही घृणा और नफरत फैला रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब भाजपा कांग्रेस मुक्त भारत की बात करती है तो इससे साफ है कि वे कांग्रेस से डरते हैं और उन्हें मालूम है कि कांग्रेस के अलावा उनको रोकने वाला कोई नहीं है।
गांधी ने कांग्रेस के नवनिर्वाचित सांसदों से कहा कि इस बार भले ही उनकी संख्या 52 है, लेकिन प्रभावशाली ढंग से संसद में अपना पक्ष रखना है। उन्होंने कहा कि पिछली बार लोकसभा अध्यक्ष कांग्रेस के सदस्यों को आखिर में पाँच मिनट बोलने का मौका देती थीं, और हो सकता है इस बार सिर्फ दो ही मिनट मिलें। लेकिन जितना भी समय मिले खुद को प्रभावशाली साबित करना है।