बेंगलुरु। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने आज आरोप लगाया कि कांग्रेस ने कर्नाटक में 12 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए ध्रुवीकरण और फूट डालों तथा शासन करो की नीति अपनाई है।
पात्रा ने यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस ने सांप्रदायिक एजेंडा अपनाया है जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विकास, तीव्र गति का विकास और समग्र विकास की नीति अपनाई है।
भाजपा प्रवक्ता ने लोकसभा में कांग्रेस के नेता एम मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाब नबी आजाद के उस बयान पर कड़ी आपत्ति जताई जिसमें उन्होंने मुसलमानों से कांग्रेस को वोट देने की अपील की है। उन्होंने कहा इस प्रकार यह साबित होता है कि कांग्रेस ने सत्ता के लिए किस कदर सांप्रदायिक एजेंडा अपनाया है।
पात्रा ने कांग्रेस के चामराजपेट के उम्मीदवार जमीर अहमद की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने मुसलमानों को कांग्रेस के मुख्यमंत्री के उम्मीदवार सिद्दारामैया के लिए वोट करने को कहा ताकि वह फिर से मंत्री बन सकें उन्होंने आरोप लगाया यह बयान मुस्लिम समुदाय को धमकाने वाला है और अगर वे उनके खिलाफ मतदान करते हैं तो उन्हें मुश्किलों को सामना करना पड़ सकता है।
उन्होंने उड्डुपी जिले की उपायुक्त प्रियंका फ्रांसिस के मंदिरों से भगवा झंडे को हटाने के आदेश की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री सिद्दारामैया ने दावा किया है कि वह स्वच्छ और भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन देगी लेकिन तथ्य यह है कि वह दो लाख तीस हजार करोड़ रुपए के वक्फ संपत्तियों के आरोपों पर कार्रवाई करने में असफल रही है और इस संबंध में प्रस्तुत एक रिपोर्ट पर विचार नहीं किया गया था और उन लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।