जयपुर । राजस्थान विधानसभा चुनाव में मतगणना के दसवें दौर के बाद कांग्रेस ने भाजपा से बढ़त बना ली लेकिन स्पष्ट बहुमत तक नहीं आ पाई हैं।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे झालरापाटन में काफी आगे हैं लेकिन उसके मंत्री प्रभु लाल सैनी अंता से, राजेन्द्र राठौड़ चुरु से अमराराम पचपदरा से अरुण चतुर्वेदी सिविल लाइंस से और राजपाल सिंह शेखावत झोटवाड़ा से पीछे चल रहे हैं। जयपुर संभाग में कांग्रेस की स्थिति भाजपा से ज्यादा मजबूत दिखाई दे रही है जबकि कोटा,बीकानेर, जोधपुर तथा अजमेर संभाग में भाजपा कांग्रेस को कड़ी टक्कर दे रही हैं। पश्चिम राजस्थान के बाड़मेर में भाजपा सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी कांग्रेस के मेवाराम से हारते दिखाई दे रहे हैं।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत काफी आगे चल रहे हैं लेकिन पार्टी के कई नेताओं को निर्दलीय उम्मीदवारों के कारण कड़ी टक्कर मिल रही हैं। बहुजन समाज पार्टी सहित निर्दलीय उम्मीदवारों के मतगणना में आगे निकलने से दोनों दलों को मुश्किल का सामना करना पड़ रहा हैं। स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने पर कांग्रेस ने अभी से गैर भाजपा दलों से संपर्क करना शुरु कर दिया हैं।
पायलट ने एक बयान में दावा कि सत्ता विरोधी जनादेश के कारण गैर भाजपा दल कांग्रेस के साथ ही रहेंगे तथा हम उनसे लगातार संपर्क में हैं। कांग्रेस के बागी संयम लोढा, सी एल प्रेमी, महादेव सिंह खंडेला सहित कई उम्मीदवार जीतते दिखाई दे रहे हैं पार्टी उनसे भी लगातार उनसे संपर्क में हैं।