नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के इण्डियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) को धर्मनिरपेक्ष बताने से भड़की भारतीय जनता पार्टी को करारा जवाब देते हुए कांग्रेस ने गांधी के बयान को सही बताते हुए कहा कि जिस आईयूएमएल की भाजपा आलोचना कर रही है उससे गठबंधन कर उसने चुनाव भी लड़ा है।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने शुक्रवार को कहा कि आईयूएमएल के संस्थापक इस्माइल संविधान सभा के सदस्य थे और चीन से युद्ध के दौरान इन्होंने अपने बेटे मियां ख़ान को भारतीय सेना में शामिल करने की पेशकश की थी।
आईयूएमएल का बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि आईयूएमएल नेता अहमद को अटल जी ने भारत का प्रतिनिधित्व करने जिनेवा भेजा था। आईयूमएल ने केरल में सबसे बड़ा संस्कृत विश्वविद्यालय स्थापित किया। आईयूमएल से भाजपा ने नागपुर नगर निगम के लिए गठबंधन भी किया।
पुणे भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि व्हाट्सएप नर्सरी के सर्वज्ञानी विश्वगुरु ज़रा अपना ज्ञान वर्धन कर लें….भाजपा/संघ को पाकिस्तान की राजनीति और जिन्ना की मुस्लिम लीग का ज़्यादा ज्ञान है। हो भी क्यों ना। आख़िर दोनों की जुगलबंदी ऐतिहासिक जो है। एंटायर पोलिटिकल साइंस वालों को अपने देश की राजनीति का थोड़ा ज्ञान होना चाहिए।
गौरतलब है कि गांधी ने अमरीका में आईयूएमएल को धर्मनिरपेक्ष पार्टी बताया जिसको लेकर भाजपा ने उन पर कड़ा हमला किया। गांधी ने मुस्लिम लीग को धर्मनिरपेक्ष पार्टी बताया और कहा कि जिस व्यक्ति ने यह सवाल पूछा है उसने मुस्लिम लीग के बारे में अध्ययन नहीं किया है। केरल में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग यूडीएफ गठबंधन की एक सहयोगी पार्टी है।