नई दिल्ली। कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के इशारे पर काम करने का आरोप लगते हुए कहा है कि आयोग ने पश्चिम बंगाल में मोदी की दो रैलियों के बाद जिस तरह से चुनाव प्रचार पर निर्धारित समय से 24 घंटे पहले रोक लगाकर साबित कर दिया है कि यह स्वायत संस्थान अब अपनी विश्वसनीयता खो चुका है और आयोग की नियुक्ति प्रक्रिया पर नए सिरे से विचार करने की जरुरत है।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीपसिंह सुरजेवाला ने गुरूवार को यह पार्टी मुख्यालय में आयोजित विशेष संवाददाता सम्मलेन में कहा कि आयोग के काम करने के तरीके से साफ़ हो गया है कि वह लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा नहीं कर पा रहा है और सिर्फ मोदी तथा शाह के इशारे पर लाम कर रहा है।
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में भाजपा अध्यक्ष के इशारे पर हिंसा हुयी है और इसकी शिकायत आयोग से की गई है लेकिन आयोग ने शाह के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय निर्धारित तिथि से 24 घंटे पहले चुनाव प्रचार पर रोक लगा दी। आयोग ने जानबूझकर प्रचार खत्म होने का समय गुरूवार रात 10 बजे तय किया क्योंकि तब तक राज्य में मोदी की दो रैलियां पूरी हो जाएगी।
प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस ने आयोग में मोदी तथा शाह के खिलाफ 11 शिकायतें दर्ज़ कराई थी लेकिन आयोग ने एक भी शिकायत पर ध्यान नहीं दिया, इससे जाहिर है आयोग मोदी तथा सही शाह के इशारे पर काम कर रहा है और वह अपनी निष्पक्षता खो चुका है।