बेंगलूरू। कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी के आपरेशन लोटस के मद्देनजर गठबंधन सरकार के सहयोगी कांग्रेस और जनता दल (सेक्युलर) अपने विधायकों की एकजुटता सुनिश्चित करने के लिए उन्हें रिजाॅर्ट भेजने पर विचार कर रही है।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस और जद(एस) नेता अपने विधायकों को भाजपा की ओर से लालच दिए जाने और एक साल पुरानी गठबंधन सरकार को गिराने के प्रयासों को टालने के लिए सुरक्षित स्थान (रिजॉर्ट) भेजने पर विचार कर रहे हैं।
विधानसभा में विपक्ष के नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदयुरप्पा पहले ही भविष्यवाणी कर चुके हैं कि अगर लोकसभा चुनाव में भाजपा राज्य में 20 से अधिक सीटें जीतती है तो गठबंधन सरकार गिर जाएगी।
येदयुरप्पा दावा कर चुके हैं कि गठबंधन दलों के 20 से अधिक असंतुष्ट विधायक भाजपा नेताओं के संपर्क में हैं लोकसभा चुनाव के तत्काल बाद वे इस्तीफा दे देंगे।
उन्होंने कहा है कि अगर भाजपा कुंडगोल और चिंचोली विधानसभा उपचुनाव में जीत हासिल कर लेती है तो 225 सदस्यीय विधानसभा में उसके 106 सदस्य हो जाएंगे और वह तीन निर्दलीय विधायकों के समर्थन के साथ सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है।
दूसरी तरफ कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव ने चेतावनी दी है कि अगर भाजपा ने सत्तारूढ़ गठबंधन दल के 10 विधायकों को लक्ष्य किया तो कांग्रेस मूकदर्शक नहीं बनी रहेगी और वह भी अपनी सरकार बचाने के लिए भाजपा के विधायकों को प्रलोभन दे सकती है।
इस बीच मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने लोकसभा चुनाव के 23 मई को हाेने वाली मतगणना के मद्देनजर संभावित राजनीतिक घटनाक्रम पर चर्चा के लिए 21 मई को जद(एस) विधायकों की बैठक बुलाई है। गठबंधन सरकार की समन्वय समिति के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री सिद्दारामैया ने भी विधायकों को रिजॉर्ट ले जाने के संदर्भ में चर्चा के लिए बैठक बुलाई है।