उज्जैन। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज राफेल मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीबीआई जांच से डरने का आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी को आशंका है कि ऐसा होने पर देश को सच्चाई पता चल जाएगी।
उन्होंने इसी संदर्भ में कहा कि इसी डर से कांपते हुए आधी रात को सीबीआई के प्रमुख को पद से हटा दिया गया। गांधी आज मध्यप्रदेश के उज्जैन में एक आमसभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने एक स्थानीय महिला का उदाहरण देते हुए भी प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर जमकर निशाने साधे।
गांधी ने राफेल मामले में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी नेताओं अरुण शौरी और यशवंत सिन्हा ने भी राफेल मामले में सवाल उठाए, सीबीआई के निदेशक आलोक वर्मा मामले की जांच शुरु कर रहे थे, इस जांच से सबको पता लग जाता कि देश के ‘चौकीदार’ ने क्या किया, इसी डर से प्रधानमंत्री कांप गए।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री डरते हैं कि जिस दिन सीबीआई ने राफेल जांच शुरु की, उसी दिन देश को असलियत पता लग जाएगी। इसके पहले अपने संबोधन की शुरुआत में उन्होंने कहा कि उज्जैन की एक महिला ने एक यूनिट बिजली भी नहीं खर्च की, लेकिन उसे लाखों रुपए का बिल थमा दिया गया, वो पैसे नहीं दे पाई तो उसे जेल में डाल दिया।
उन्होंने आगे कहा कि एक गरीब महिला को बिजली चोरी के नाम पर जेल में डाल दिया गया, दूसरी तरफ विजय माल्या नौ हजार 500 करोड़ रुपए चोरी करने के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली को बता कर लंदन भाग निकला।
गांधी ने कहा कि कांग्रेस ऐसा हिंदुस्तान नहीं चाहती, पार्टी सबके साथ न्याय चाहती है। उन्होंने नीरव मोदी, मेहुल चौकसी और अनिल अंबानी को लेकर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अौर वित्त मंत्री अरुण जेटली पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने एक साल में मनरेगा के लिए जितनी राशि दी, नीरव मोदी और मेहुल चौकसी उतनी ही (35 हजार करोड़ रुपए) लेकर देश से भाग गए।