जयपुर। राजस्थान में कांग्रेस ने सरकारी नौकरियों में पदोन्नति में आरक्षण को लेकर केन्द्र सरकार के खिलाफ आज राजधानी जयपुर में धरना एवं प्रदर्शन किया। धरना एवं प्रदर्शन के बाद कांग्रेस नेताओं ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नाम राज्यपाल कलराज मिश्र को ज्ञापन सौंपा।
कलेक्ट्री सर्किल पर दिए धरना-प्रदर्शन के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केन्द्र की मोदी सरकार पर नीयत साफ नहीं होने का आरोप लगाते हुए कहा है कि वह देश में आरक्षण की व्यवस्था को समाप्त करना चाहती है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की नीति और नीयत में खोट हैं और वह नोटबंदी की तरह कभी भी देश में आरक्षण व्यवस्था को खत्म करने की घोषणा कर सकती हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस संविधान निर्माता डा भीमराव अम्बेडकर के सपने को खत्म नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि इसलिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी नेता राहुल गांधी ने फैसला किया है कि देश में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग सहित अन्य वर्गों के लिए आरक्षण की रक्षा के लिए आगे आकर एकजुटता दिखाये ताकि भविष्य में आरक्षण को समाप्त करने की हिम्मत नहीं हो। इस कारण आज यहां धरना एवं प्रदर्शन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था नाजुक स्थिति में है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी एवं राष्ट्रीय स्वयं सेवक पर देश पर अपना एजेंडा थोपने का आरोप लगाते हुए कहा कि देश के मतदाता जागरुक है और आगे आने वाले चुनाव में भी भाजपा की दिल्ली जैसी हालत होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रवाद के नाम पर लोगों को भड़काया जा रहा है लेकिन भाजपा का हिन्दू राष्ट्र का सपना कभी पूरा नहीं होगा। उन्होंने भाजपा से सवाल करते हुए कहा कि अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति हिन्दू नहीं है। भाजपा हिन्दुओं में भेदभाव चाहती है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में जेएनयू एवं जामिया मिलिया में क्या हुआ, पुलिस देखती रही, क्या देश में यह लोकतंत्र है। जो माहौल चह रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्य नाथ पर भी पुलिस को भड़काने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि देश में नरेन्द्र मोदी और अमित शाह दो ही लोग राज कर रहे है, देश दुखी है और धीरे धीरे भाजपा के नेता भी दुखी होते जा रहे है। उन्होंने भाजपा पर राष्ट्रवाद पर केवल चुनाव जीतने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा राष्ट्रवाद केवल छद्म राष्ट्रवाद है। वह केवल चुनाव जीतने एवं हिन्दुओं को भड़काने के लिए इसका सहारा लेती है। उन्होंने कहा कि यहां बैठे सभी लोग असली राष्ट्रवादी है।
गहलोत ने कहा कि जो केन्द्र सरकार से असहमति व्यक्त करते हैं और उसके खिलाफ बोलते हैं, वे राष्ट्रविरोधी माने जाते हैं। उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून लाया गया और एक धर्म को अलग कर दिया गया जबकि अम्बेडकर ने कहा था कि सभी जाति एवं धर्म के लोगों को समान अधिकार मिले। उन्होंने कहा कि अब केन्द्र सरकार पर लोगों का विश्वास नहीं रहा।
धरना प्रदर्शन में उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे, सहप्रभारी विवेक बंसल, ऊर्जा मंत्री बीडी कल्ला, खाद्य मंत्री रमेश मीणा, उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास सहित अन्य कई मंत्री तथा सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी मौजूद थे। कई जिलों से कांग्रेस के विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता धरने एवं प्रदर्शन में शामिल हुए। धरना एवं प्रदर्शन के बाद कांग्रेस नेताओं ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नाम राज्यपाल कलराज मिश्र को ज्ञापन सौंपा।