डालटनगंज (झारखंड)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस एवं उसकी पूर्ववर्ती सरकारों पर आयोध्या राम जन्मभूमि विवाद को वोट बैंक की खातिर वर्षों लटकाये रखने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि यदि कांग्रेस चाहती तो इस विवाद के कारण समाज में दरार नहीं पड़ती।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता मोदी ने यहां पलामू के चियांकी हवाईअड्डा मैदान में में भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा, “कांग्रेस और उसकी पूर्ववर्ती सरकारों ने भगवान राम की जन्मभूमि आयोध्या विवाद को वर्षों तक लटकाये रखा। कांग्रेस चाहती तो इस विवाद का समाधान हो सकता था लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। उसने केवल अपने वोट बैंक का ख्याल किया।”
मोदी ने कहा कि कांग्रेस की इन्हीं नीतियों की वजह से समाज केवल दरारें पड़ी हैं। उन्होंने कहा, “भाजपा ने इस विवाद के समाधान का वादा किया था, जिसे पूरा करके दिखाया है। यह हम ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के सपने काे पूरा करने के लिए कर रहे हैं। भाजपा केवल संकल्प नहीं लेती बल्कि उसे सिद्ध भी करती है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में झारखंड की भाजपा सरकार ने नए झारखण्ड के निर्माण के लिए सामाजिक न्याय के पांच सूत्रों स्थिरता, सुशासन, समृद्धि, सम्मान और सुरक्षा पर काम किया है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा ने झारखंड में भ्रष्टाचार समाप्त करने के लिए दिन-रात काम किया है और पारदर्शी व्यवस्थाएं बनाई हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने झारखंड के हर समाज के प्रत्येक व्यक्ति को सम्मान से जीने का हक दिलाया और उनका गौरव बढ़ाया है।
मोदी ने ने लातेहार के चंदवा में नक्सली हमले में शहीद हुए पुलिस के चार जवानों को श्रद्धांजलि देते हुऐ कहा कि वह उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने झारखंड को नक्सलवाद और अपराध से मुक्ति दिलाने के लिए भयमुक्त वातावरण तैयार करने प्रयास किया है। झारखंड में नक्सलवाद की समस्या इसलिए भी बेकाबू हुई क्योंकि यहां राजनीतिक अस्थिरता थी। यहां सरकारें पिछले दरवाजे से बनती और बिगाड़ी जाती थीं क्योंकि उनके मूल में स्वार्थ और भ्रष्टाचार होता था।
प्रधानमंत्री ने विपक्षियों पर हमला करते हुए कहा कि इन स्वार्थी लोगों में झारखंड की सेवा करने की भावना नहीं है। इनके गठबंधन का एकमात्र उद्देश्य सत्ताभोग और झारखंड के संसाधनों का दुरुपयोग है इसलिए ये एक बार फिर आपको भ्रमित कर आपसे वोट मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि झारखंड में अस्थिरता का लाभ ऐसे लोगों ने उठाया, जिनकी दुकान हिंसा पर चलती थी। यही उद्योग यहां खूब फला-फूला। इस स्थिति को काफी हद तक बदलने में केंद्र की और झारखंड की भाजपा सरकार ने सफलता पाई है।
इस पर कार्यकारी सभापति ने विधान परिषद की कार्य संचालन नियमावली का हवाला देकर श्री मिश्रा के कार्यस्थगन को अस्वीकृत कर दिया। उनके इतना कहते ही राजद और कांग्रेस के सदस्य शोरगुल एवं नारेबाजी करते हुए सदन के बीच में आ गए। कार्यकारी सभापति के बार-बार समझाने के बावजूद राजद और कांग्रेस के सदस्य नारेबाजी करते रहे। शोरगुल के बीच ही अल्प सूचित तथा तारांकित प्रश्नों का उत्तर सरकार की ओर से दिया जाता रहा, जिसे सुना नहीं जा सका।
शोरगुल के बीच ही उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि यदि लाठीचार्ज हुआ है, मिश्रा को चोट लगी है तो वह सदन के अंदर कपड़ा खोलकर दिखाएं। इस पर श्री मिश्रा ने घोर आपत्ति जताते हुए अपनी बंडी खोल दी तभी राजद के वरिष्ठ सदस्य रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि कपड़ा खोलकर पीठ दिखाने के लिए कहना सरकार की ओर से अपमान किया जाना है। इस पर जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के दिलीप चौधरी ने कहा कि झूठा नौटंकी हो रहा है इसकी मेडिकल जांच होनी चाहिए।
कार्यकारी सभापति के बार-बार आग्रह करने पर भी राजद और कांग्रेस के सदस्य नहीं माने और सरकार विरोधी नारेबाजी करते रहे। इस पर कार्यकारी सभापति ने 46 मिनट बाद ही सदन की कार्यवाही भोजनावकाश तक के लिए स्थगित कर दी।
मोदी ने कहा कि उनकी सरकार में गरीबों को मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन मिला है, जिसका लाभ देश के आठ करोड़ परिवारों को मिला है। साथ ही झारखंड के 33 लाख और पलामू के 50 हजार परिवारों को दूसरा सिलेंडर राज्य सरकार ने मुफ्त दिया है। उन्होंने विपक्षियों पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में विधानसभा का यह चुनाव सिर्फ दलों के बीच का नहीं है, बल्कि झारखंड को लूटने वालों और झारखंड के लोगों की सेवा करने वालों के बीच है। यह चुनाव दो कार्य-संस्कृतियों के बीच का और दो धाराओं के बीच का है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “भाजपा ने जो भी वादे किए उसे एक के बाद एक जमीन पर उतार रही है। वहीं, कांग्रेस और उसके साथी केवल रेवड़ियां बांटना जानते हैं। उनके पास समस्याएं हैं, हमारे पास समाधान हैं। उनके पास आरोप है, हमारे पास काम की रिपोर्ट है। उत्तर कोयल जलाशय योजना करीब 40 साल से अटकी हुई थी। तब जो सत्ता में थे, उन्होंने परियोजना को पूरा करने के लिए कभी गंभीर कोशिश ही नहीं की। बरसों तक पलामू, लातेहार और गढ़वा के लाखों किसान परेशान रहे लेकिन कांग्रेस और उसके साथी दलों ने उनकी चिंता नहीं की।”
मोदी ने कहा कि जब सरकारें बदलती हैं तो क्या हाल होता है उसे जान लीजिए। उत्तर प्रदेश में दूसरे दल की सरकार थी तब केंद्र सरकार गरीबों के लिए आवास बनाने के लिए दबाव डालती थी लेकिन वह सरकार गरीबों की सूची तक नहीं उपलब्ध करा पाई। लेकिन, जैसे ही भाजपा के योगी आदित्यनाथ की सरकार आई तो देश में सबसे अधिक गरीबों के लिए घर बने उत्तर प्रदेश में बने हैं। उन्होंने कहा कि किसान की मेहनत, सपने और उसकी गरिमा क्या होती है, यह भाजपा समझती है। कांग्रेस और उसके साथी दलों ने अनुच्छेद 370 का मामला लंबित छोड़ा हुआ था। जम्मू कश्मीर की सुरक्षा के लिए झारखंड के अनेक वीर सपूतों को बलिदान देना पड़ा। इन सब के जिम्मेदार कांग्रेस और उसके सहयोगी दल हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने आदिवासी, पिछड़े, वंचित समाज को झारखंड राज्य दिया था। इसी प्रतिबंद्धता के कारण उन्होंने पहली बार अलग से जनजातीय मंत्रालय बनाया ताकि जंगलों में रहने वाले हर साथी की समस्याओं का समाधान हो सके। इतना ही नहीं अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) आयोग को संवैधानिक दर्जा देने का प्रयास नहीं किया गया। यह तब भी नहीं हुआ जब केंद्र में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की मदद से कांग्रेस की सरकार थी। लेकिन, भाजपा सरकार ने इसे करके दिखाया। उन्होंने कहा कि यह भाजपा की ही सरकार है, जिसने आर्थिक रूप से कमजोर सवर्णों के लिए भी अलग से 10 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की है।