नई दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है कि देश में सरकार की नीतियों के खिलाफ विपक्षी दलों में जबरदस्त एकता है और इसी का परिणाम है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के चाय नाश्ता पर आयोजित बैठक में विपक्ष के 17 दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया।
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने मंगलवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि विपक्षी एकता का यह असाधारण प्रदर्शन रहा जिसमें देश की 60 प्रतिशत से ज्यादा आबादी का प्रतिनिधित्व करने वाली पार्टियों के नेता शामिल हुए।
उन्होंने कहा कि देश मोदी सरकार की नीतियों की मार से त्रस्त है तथा महंगाई ने सभी के घरों के बजट को बिगाड़ दिया है और जनता में इसको लेकर जबरदस्त गुस्सा है। इस सरकार की नीतियों के कारण करोड़ों लोग गरीबी की रेखा से नीचे चले गए हैं।
उन्होंने कहा कि ढाई महीने के दौरान ढाई करोड़ से ज्यादा लोगों के रोजगार के अवसर छूटे हैं। लोग इस सरकार से बहुत परेशान हैं। महंगाई लगातार आसमान छू रही है जिससे जनता की दिक्कत लगातार बढ़ रही है। विपक्ष के नेताओं ने आम लोगों की आवाज बनकर आज साइकिल से संसद तक पहुंचने का कार्यक्रम बनाया।
उनका कहना था कि अभी साइकिल से जाने का लोगों के पास अवसर है लेकिन यह सरकार जिस नीति पर चल रही है उसे देखते हुए आने वाले समय में साइकिल भी आम लोगों की पहुंच से बहुत दूर हो सकती है।
गौरतलब है कि गांधी ने आज सुबह विपक्ष के नेताओं को चाय नाश्ता पर बुलाया था और इस बात पर खुशी जाहिर की थी कि विपक्ष सरकार के खिलाफ एकजुट हो रहा है। पिछले पांच दिन में उनकी विपक्ष के नेताओं के साथ यह दूसरी बैठक है। इससे पहले वह संसद भवन में विपक्षी नेताओं की बैठक कर चुके हैं। उनका कहना है कि विपक्ष एकता से ही सरकार पर दबाव बनाया जा सकता है।