हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के आगे आखिरकार कांग्रेस आलाकमान झुक गया। पिछले कुछ दिनों से अपनी ही पार्टी के खिलाफ बगावती तेवर अपनाने वाले हुड्डा की मांग को मानते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अशोक तंवर को राज्य अध्यक्ष से पद से हटा दिया है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा को विधायक दल के नेता के साथ चुनाव प्रबंधन समिति का अध्यक्ष बनाया गया है \। हालांकि राज्य में अध्यक्ष पद की कमान पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा के हाथ में दी गई है।
हरियाणा में लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद हुड्डा ने हरियाणा कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष अशोक तंवर के खिलाफ मोर्चा खोलकर पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी थीं। कुछ दिन पहले हुड्डा ने रोहतक में एक रैली करते हुए पार्टी में बने रहने और छोड़ने को लेकर एक कमेटी बनाई थी। हुड्डा ने इस रैली में जम्मू कश्मीर को लेकर अनुच्छेद 370 का केंद्र सरकार का खुलकर समर्थन किया था।
दो माह बाद हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने हैं
दो माह बाद हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने हैं। कांग्रेस आलाकमान भी चाहता है कि हरियाणा में विधानसभा चुनाव भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अगुवाई में ही लड़ा जाए। राज्य विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस आलाकमान हुड्डा नाराज नहीं करना चाह रहा था। हरियाणा में विधानसभा की 90 सीटें हैं और कांग्रेस के पास सिर्फ 17 विधायक हैं। हुड्डा खेमा राज्य में सबसे मजबूत नजर आता है।
हरियाणा की कांग्रेस अध्यक्ष बनने वाली कुमारी शैलजा पूर्व केंद्रीय मंत्री रहीं हैं
अशोक तंवर को हटाकर पार्टी ने चार बार सांसद रही कुमारी शैलजा को राज्य में पार्टी की कमान दी है। शैलजा दो बार सिरसा से और दो बार अंबाला से सांसद रही हैं। शैलजा मनमोहन की सरकार में केंद्रीय मंत्री भी थीं और वर्तमान में शैलजा राज्यसभा सांसद हैं।
शंभूनाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार