जयपुर। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं राजस्थान प्रभारी अजय माकन ने कहा है कि केन्द्र सरकार द्वारा पारित तीन काले कृषि कानून किसानों की आजीविका पर हमला है, उनके हकों के लिये कांग्रेस किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ेगी।
माकन ने आज यहां राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों की बैठक में सम्बोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस जिला, ब्लॉक एवं प्रदेश स्तर पर पदयात्राएं, जनसभाएं और किसान सम्मेलन के माध्यम से उनके हकों की लड़ाई लड़ेगी। उन्होंने कहा कि अब तक 150 से ज्यादा किसानों की शहादत हो चुकी है उसकी जिम्मेदारी केन्द्र सरकार को लेनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि हाल ही में सम्पन्न निकाय चुनावों में कांग्रेस को भारी सफलता मिली है। पार्टी को भाजपा से अधिक मत प्राप्त हुए हैं, कांग्रेस के अधिक पार्षद जीते हैं और प्रदेश के अधिकतर निकायों में कांग्रेस बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। इस सफलता के लिए पार्टी के तमाम कार्यकर्ताओं तथा प्रदेश पदाधिकारियों को हार्दिक बधाई।
उन्होंने कहा कि संगठन को हम इतना सशक्त करना चाहते हैं कि व्यक्ति सरकार की बजाए पार्टी में काम करना बेहतर समझे। इसके लिए आगामी दिनों में प्रभारी मंत्री अपने से संबंधित जिलों के दौरे पर जाने से पूर्व प्रदेश कांग्रेस कमेटी को सूचित करेंगे ताकि संगठन प्रभारी, प्रभारी मंत्री के साथ उपस्थित रहकर उस जिले के महत्वपूर्ण निर्णयों में संगठन की भूमिका का पूर्ण निर्वहन कर पाएं।
बैठक को सम्बोधित करते हुए राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने हाल ही में सम्पन्न हुए नगर निकाय चुनावों में कांग्रेस पार्टी को मिली भारी सफलता के लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सभी पदाधिकारियों को बधाई देते हुए उनके द्वारा की गई कड़ी मेहनत के लिए उनका आभार व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि जिला प्रभारी अपने प्रभार वाले क्षेत्र के अन्तर्गत निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं जिससे पार्टी और अधिक मजबूत हो सके। उन्होंने कहा कि जिन निकायों में पार्टी के अध्यक्ष नहीं बनते हैं वहां पर शीघ्र से शीघ्र नेता प्रतिपक्ष नियुक्ति करें ताकि निकायों के अन्तर्गत एक सशक्त विपक्ष की भूमिका का निर्वहन किया जा सके।
डोटासरा ने कहा कि निकाय चुनावों में जो निवर्तमान में पार्षद थे, जिन्हें पार्टी ने टिकिट नहीं दिया और जिन्होंने पार्टी के अनुशासन में रहते हुए संगठन हित में कार्य किया उनका आगामी दिनों में होने वाली सरकारी नियुक्तियों तथा संगठन में समायोजन किया जाएगा। उन्होंने प्रदेश पदाधिकारियों से मिले सुझावों पर शीघ्र क्रियान्विति करने का भरोसा दिलाया।
बैठक में प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष रामलाल जाट, गोविन्द मेघवाल, हरिमोहन शर्मा, महासचिव जीआर खटाणा, सचिव शोभा सोलंकी, गजेन्द्रसिंह सांखला, फूलसिंह ओला, महेन्द्रसिंह खेड़ी, सचिन सर्वटे ने भी अपने विचार व्यक्त किए। मंच का संचालन मुख्यालय सचिव ललित तूनवाल द्वारा किया गया।