जयपुर। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव अविनाश पांडे ने कहा है कि लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रवाद के नारे से ज्यादा महत्वपूर्ण बेरोजगारी, गरीबी का मुद्दा है जिसे नजरअंदाज करने की कोशिश की जा रही है।
पांडे ने कहा कि कांग्रेस देशभक्ति में विश्वास करती है तथा आतंकवादी हमलों में प्राणों की आहुति देने वाले सैनिको को पूर्ण सम्मान के साथ नमन करती है, लेकिन राष्ट्रवाद जैसे संवेदनशील विषय को चुनावी मुद्दा नहीं बनाना चाहती है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रवाद का मु्द्दा मीडिया में जोर शोर से उठाया जा रहा है जिसके पीछे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का हाथ है।
पांडे ने कहा कि मोदी को पिछले चुनाव में किए गए वादों का हिसाब देना चाहिए, लेकिन इस बार दो करोड़ लोगों को रोजगार देने, विदेशी कालाधन लाने जैसे मुद्दों पर उन्होंने चुप्पी साध रखी है। उन्होंने कहा कि बढ़ती बेरोजगारी और कालेधन की समस्या आज भी वैसी ही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले चुनाव में इन मुद्दों को लेकर आस जगाई थी, जिस पर आज पानी फिर गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में किसानों की बदहाली पर कोई ध्यान नहीं दिया गया, लेकिन कांग्रेस गरीब और किसान के साथ खड़ी रही है।
उन्होंने कहा कि राजस्थान सहित तीन प्रदेशों में हुए विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने किसानों का मुद्दा उठाया था तथा इस बार भी इस मुद्दे पर केन्द्र की भाजपा सरकार की असलियत जनता के सामने लाकर रहेगी।
भाजपा की तानाशाही विचारधारा के बारे में पांडे ने कहा कि यह चुनाव लोकतंत्र के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि भाजपा लगातार लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर कर रही है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विश्वास करने वाले लोगों को भाजपा की इस सोच पर विचार कर उसे पराजित करना चाहिए। पांडे ने कहा कि लोकसभा चुनाव में सैनिकों के पराक्रम को लेकर राजनीतिक मुद्दा बनाकर उसका लाभ उठाने का प्रयास भी किया जा रहा है जिसे जनता को समझना होगा।
भाजपा के पक्ष में बाबा रामदेव के खुलकर समर्थन में आने के बारे में पूछे प्रश्न पर उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव किसी भी दल का समर्थन कर सकते हैं, लेकिन उन्हे इस बात का जवाब देना चाहिए कि पिछली बार विदेशी काला धन वापस लाने के जिस मुद्दे पर उन्होंने भाजपा का साथ दिया था उसका क्या हुआ। पांडे ने कहा कि कितना कालाधन विदेश से वापस आया बाबा रामदेव यह जानकारी जनता को क्यों नहीं दे रहे हैं।