जयपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा.सतीश पूनिया कहा कि प्रदेश सरकार ने भाजपा के विधायकों और कार्यकर्ताओं पर मुकदमे दर्ज कर दर्ज कर विपक्ष की आवाज़ को दबाना चाहती है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमित क्षेत्रों में लाकडाउन का पालन करवाने में विफ़ल सरकार, जनता की आवाज उठाने वाले विपक्ष के जनप्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं पर बदले की कार्यवाही कर रही है।
डा. पूनिया ने कहा की सारा देश जानता है कि तबलिगी जमात के कारण देश में कोरोना का संक्रमण तेज़ी से फैला, राजस्थान में जो मामले सामने आ रहे हैं उनमें ज़्यादातर जमात से जुड़े या उनके सम्पर्क में आए लोग हैं। उन्होंने कहा कि अगर विधायक मदन दिलावर ने जमातियों के सच को उजागर किया तो उनके ऊपर मुक़दमा दर्ज कर लिया।
उन्होंने कहा कि विधायक अशोक लाहोटी, विधायक सुरेश रावत सहित अन्य के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा किकांग्रेसी विधायकों और मंत्रियों के इशारों पर अजमेर, दौसा, उदयपुर, कोटा, गंगानगर, बाड़मेर और जोधपुर में सरकार के भेदभाव और तबलिगी जमात के ख़िलाफ़ बोलने पर भाजपा कार्यकर्ताओं पर मुक़दमे दर्ज किए गए हैं। कुछ जगह तो कार्यकर्ताओं को गिरफ़्तार भी किया गया है।
कांग्रेस विधायक की भोजन पर अभद्र टिप्पणी अत्यन्त दुर्भाग्यपूर्ण
जोधपुर से सांसद और केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राशन वितरण को लेकर राजस्थान सरकार पर तीखा हमला बोला है। शेखावत ने कहा कि चित्तौड़गढ़ जिले की बेगूं विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक राजेंद्र सिंह बिधूड़ी की देश के प्रधानमंत्री के प्रति अपनी ईर्ष्या की भावना के कारण गरीबों को मिलने वाले भोजन पर अभद्र टिप्पणी करना अत्यन्त दुर्भाग्यपूर्ण है।
दरअसल, रविवार को सामने आए एक वीडियो में बिधूड़ी ने राशन बांटते समय लोगों से पूछा कि मोदी अच्छा है या अशोक गहलोत?, जब बुजुर्ग महिला ने उत्तर दिया “मोदी”, तो विधायक ने कहा कि मोदी अच्छा है तो दिए जलाओ और राशन छोड़ जाओ।
शेखावत ने कहा कि इस संवेदनशील समय में जब समाज की हर एक इकाई एक-दूसरे की सहायता के लिए आगे आ रही हैं, ऐसे में कांग्रेस के नेतागण अपने राजनीतिक स्वार्थ को आगे रख, गरीबों को भोजन तक देने में भेदभाव कर रहें है। यह बेहद शर्मनाक है।