Warning: Constant WP_MEMORY_LIMIT already defined in /www/wwwroot/sabguru/sabguru.com/18-22/wp-config.php on line 46
आत्मघाती बम की भूमिका में आ रही है कांग्रेस : भाजपा
होम Delhi आत्मघाती बम की भूमिका में आ रही है कांग्रेस : भाजपा

आत्मघाती बम की भूमिका में आ रही है कांग्रेस : भाजपा

0
आत्मघाती बम की भूमिका में आ रही है कांग्रेस : भाजपा
Congress has decided to play the role of suicide bomber : sambit patra
Congress has decided to play the role of suicide bomber : sambit patra
Congress has decided to play the role of suicide bomber : sambit patra

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में हुई पार्टी कार्यसमिति को पार्टी की बजाय दरबारियों की समिति करार देते हुए रविवार को कहा कि कांग्रेस प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विरोध में नकारात्मक राजनीति की पराकाष्ठा को पार करके आत्मघाती बम की भूमिका अख्तियार कर रही है।

भाजपा के प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दो दिन पहले संसद में पटखनी खाने के बाद कांग्रेस की ‘नकारा समिति’ की बैठक उसके ‘निकम्मे अध्यक्ष’ राहुल गांधी की अध्यक्षता में हुई है।

उन्होंने कहा कि बीस वर्षों तक सोनिया गांधी ने सीडब्ल्यूसी की अध्यक्षता की और अब यह उनके बेटे की अध्यक्षता में हो रही है। ऐसा लगता है कि सीडब्ल्यूसी कांग्रेस की दरबारी समिति ज़्यादा है।

डॉ. पात्रा ने कहा कि कांग्रेस सीडब्ल्यूसी ने निर्णय लिया है कि भले ही कांग्रेस दूसरे या तीसरे स्थान की पार्टी बन जाये लेकिन मोदी को रोकना है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार से कांग्रेस ने मान लिया है कि वह एक नया क्षेत्रीय दल बनने को तैयार है लेकिन एक परिवार की महत्वाकांक्षाएं बची रहें और गांधी को कैसे भी प्रोजेक्ट किया जाए।

उन्होंने कहा कि सीडब्ल्यूसी के निर्णय को दो पंक्तियों में ऐसे कहा जा सकता है कि हमें जीतना नहीं है। हमें तो सिर्फ मोदी को रोकना है। एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी सकारात्मक राजनीति को आगे बढ़ा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ गांधी की अध्यक्षता में कांग्रेस नकारात्मक निर्णय ले रही है। उन्होंने कहा कि इसे मज़ाकिया लहजे में कहा जा सकता है कि कांग्रेस अब एक आत्मघाती बम की भूमिका में आ गई है। हम तो फटेंगे ही, लेकिन सामने वाले को ज़रूर उड़ा देंगे।

डॉ. पात्रा ने पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के उस बयान का उल्लेख किया कि कांग्रेस अगर प्रयास करे तो अधिक से अधिक डेढ़ सौ सीटों पर लड़ सकती है और कहा कि जो पार्टी डेढ़ सौ सीटों पर चुनाव लड़ने का सपना देख रही है, वह प्रधानमंत्री बनने का भी सपना देख रही है, यह समझ से परे है। उन्हाेंने कहा कि जनता इस नकारात्मक राजनीति को स्वीकार नहीं करेगी।

उन्होंने कहा कि श्रीमती सोनिया गांधी ने अपने भाषण में कहा कि मोदी की उलटी गिनती शुरू हो गयी है लेकिन सच यह है कि सोनिया गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने भारत की उलटी गिनती शुरू कर दी थी। दरअसल 2014 के चुनाव के बाद देश में परिवारवाद एवं जातिवाद की राजनीति की उलटी गिनती शुरू हुई थी और 2019 के चुनाव में वह अपनी तार्किक परिणति तक पहुंच जाएगी।

प्रवक्ता ने कहा कि सोनिया गांधी ने सीडब्ल्यूसी की बैठक में कहा कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनने लायक हो गए हैं। उनके इस बयान में कोई नई बात नहीं है। गांधी ने कर्नाटक के चुनावों में खुद ही यह ऐलान कर दिया था। स्वाभाविक है कि एक परिवार के लोग बढ़ें, यही कांग्रेस की सोच रही है। उन्होंने कहा कि एक ओर मोदी देश को आगे बढ़ाने के लिए सतत प्रयत्नशील हैं। दूसरी ओर एक मां है जो बेटे को आगे बढ़ाना चाहती है।

उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी ने मोदी पर बड़बोले होने का आरोप लगाया है। लेकिन देश ने दो दिन पहले संसद में देखा कि किस प्रकार के बड़बोलेपन से फ्रांस के राष्ट्रपति को लेकर झूठ बोला गया और फिर गले पड़ गए एवं आंख मारी। उन्हें समझना चाहिए कि यही बड़बोलेपन की राजनीति होती है।

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा सरकार में चापलूसी के आरोप लगाए जाने पर पलटवार करते हुए डॉ. पात्रा ने कहा कि महिमामंडन, चाटुकारिता और चापलूसी कांग्रेस की पहचान रही है। एक बार ऐसा कहा गया कि डॉ. सिंह दुर्घटनावश बने प्रधानमंत्री हैं। किस प्रकार से फाइलें 10 जनपथ पहुंचायीं जातीं थीं, यह एक किताब ‘दि एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ में लिखा है। स्वयं उन्होंने प्रधानमंत्री पद की गरिमा गिराई थी।

उन्होंने कहा कि डॉ. सिंह के कार्यकाल में भारतीय अर्थव्यवस्था ‘फ्रेजाइल फाइव’ में गिनी जाने लगी थी और आज मोदी के नेतृत्व में उसने ‘फैबुलस फाइव’ तक का सफर किया है। वर्ष 2014 में नौवें स्थान पर रही भारत की अर्थव्यवस्था फ्रांस को पछाड़ कर छठवें स्थान तक पहुंच गई है और जल्द ही ब्रिटेन को भी पीछे छोड़ कर पांचवें स्थान पर पहुंच जाएगी। सरकार वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की दरों में कटौती करके गरीबों को लगातार राहत देने का काम कर रही है।