नई दिल्ली। कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा है कि जिन कार्यकर्ताओं ने पार्टी के लिए खून पसीना बहाया उन्हें महत्व दिए जाने की बजाय पार्टी में गुंडे बदमाशों को तरजीह दी जा रही है जिससे वह बहुत आहत हैं।
चतुर्वेदी ने उत्तरप्रदेश के मथुरा में प्रेस कांफ्रेंस में उनके साथ हुए दुर्व्यवहार का हवाला देते हुए बुधवार को ट्वीट किया कि वह इस बात से क्षुब्ध हैं कि पार्टी को मजबूत बनाने में जिन लोगों ने खून पसीना बहाया उनको नजर अंदाज किया जा रहा है। उन्होंने खुद पार्टी के लिए गाली गलोज और अपमान सहा लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पार्टी के भीतर ही उन्हें धमकियां देने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
उन्होंने एक महिला पत्रकार के उस ट्वीट को रिट्वीट करते हुए यह बात कही जिसमें कहा गया है कि उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने पहले उन नेताओं को निलम्बित किया जिन्होंने कुछ दिन पूर्व मथुरा में पार्टी प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी के साथ दुर्व्यवहार किया लेकिन कुछ दिन बाद उनके निलम्बन को रद्द कर दिया गया।
इसके साथ ही प्रदेश कांग्रेस की अनुशासनात्मक समिति के उस पत्र को भी पोस्ट किया गया है जिसमें कहा गया है कि चतुर्वेदी मथुरा में जब राफेल मुद्दे को लेकर प्रेस कांफ्रेंस कर रही थी उसी दौरान पार्टी के स्थानीय कार्यकर्ताओं ने उनके साथ बदसलूकी की।
उनकी शिकायत पर उन कार्यकर्ताओं के साथ अनुशासनात्मक कार्रवाई की लेकिन बाद में उनके खिलाफ की गई कार्रवाई को यह कहते हुए निरस्त किया गया कि इन कार्यकर्ताओं ने इस घटना पर खेद जताया है।
इसलिए पार्टी के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया की संस्तुति पर उनके निलम्बन को निरस्त कर उनकी सदस्यता को बहाल जाता है। कार्यकर्ताओं को भविष्य में इस तरह का व्यवहार नहीं करने की हिदायत भी दी गई है।