नई दिल्ली। कांग्रेस ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर चुनाव लड़ने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनौती को बेतुका बताते हुए कहा है कि देश के विकास में राजीव गांधी के योगदान पर उसे गर्व है और पार्टी हमेशा अपने बड़े नेताओं के नाम पर ही चुनाव लड़ती है।
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने मंगलवार को यहां पार्टी मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कांग्रेस में बड़े और महान नेताओं की लम्बी परंपरा है और वे सब पार्टी की ताकत हैं। कांग्रेस राष्ट्र के विकास में उनके योगदान को भूलती नहीं है तथा उनके नाम पर ही चुनाव लड़ती है और लड़ती रहेगी।
उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी अपने नेता अटल बिहारी वाजपेयी को महज कुछ ही सालों में भुला बैठी है और उसके पास राष्ट्र के विकास में योगदान देने वाले नेताओं की कोई परंपरा नहीं है। मोदी को समझ आ गया है कि उनके जाने का वक्त नजदीक है इसलिए वह घबराए, छटपटाए और बौखलाए हुए हैं। वह यह भी देख रहे हैं कि इस चुनाव में उनकी लहर नहीं बल्कि उनकी नीतियों का कहर है इसलिए वह हताश और निराश होकर अपनों में भाषणों में सिर्फ़ ज़हर उगल रहे हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि मोदी ने पिछले चुनाव में जो वादे जनता से किए थे उनको पूरा नहीं किया है और वह हर मोर्चे पर असफल रहे हैं इसलिए हताशा में पूर्व प्रधानमंत्री को भला बुरा कह रहे हैं। चुनाव के दिन जैसे जैसे बीत रहे हैं वैसे वैसे मोदी को अपनी हार का पक्का भरोसा हो रहा है और वह अपना राजनीतिक संतुलन खोकर उल्टी सीधी बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस के जिन नेताओं को गाली दे रहे हैं वे कांग्रेस के ही नहीं बल्कि देश के भी श्रेष्ठ नेता हैं।
सिंघवी ने कहा कि कांग्रेस के सभी महान नेताओं ने आधुनिक भारत की आधारशिला रखी है और उनकी नीतियों के बल पर देश प्रगति की राह चला है इसलिए हर चुनाव में कांग्रेस उनके योगदान को याद करती है तथा उन्हीं के नाम पर लड़ती है। भाजपा ने तो वाजपेयी को उनके निधन से नौ साल पहले ही भुला दिया था।
उन्होंने कहा कि जिन राजीव गांधी के बारे में मोदी उल्टी सीधी बातें कर रहे हैं उनके कारण ही देश में डिजिटल तथा दूर संचार क्रांति आई और रेलवे का कम्प्यूटरीकरण जैसे बड़े काम हुए हैं। उनके कार्यकाल में देश में असम और पंजाब जैसे शांति के अहम समझौते हुए हैं। उनके कारण ही देश में मतदान करने की आयु 18 साल हुई जिससे करोड़ों युवा अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर रहे हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि मोदी को पूर्व प्रधानमंत्री के बारे में अनाप शनाप बोलने से पहले यह भी सोचना चाहिए कि उन्होंने ओपन स्काई नीति लागू कर नागरिक उड्डयन को बढावा दिया और उसी दौरान सकल घरेलू उत्पाद की दर रिकार्ड 10.2 प्रतिशत पहुंची थी। यही नहीं उसी दौर में देश में लाइसेंस राज खत्म हुआ और पंचायतीराज व्यवस्था को मजबूत किया गया।
उन्होंने कहा कि पांच चरणों के चुनाव में निश्चित हार देखते हुए मोदी अपनी विफलताओं से ध्यान हटाने के लिए अब अगले दो चरण के चुनाव पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की आलोचना कर लड़ना चाहते हैं इसलिए उनके विरुद्ध उल्टी सीधी टिप्पणी कर रहे हैं।