नई दिल्ली। कांग्रेस ने रसोई गैस की कीमत बढ़ाने को अनुचित बताते हुए इसे देश की जनता पर गहरा आघात बताया और कहा कि पहले से महंगाई की मार झेल रहे लोगों को राहत देने के लिए सरकार को तत्काल बढी दरें वापस लेनी चाहिए।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बुधवार को पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में रसोई गैस का सिलेंडर 155 रुपए महंगा हो चुका है और मोदी सरकार ने जनता के खर्च के बजट पर करंट लगा दिया है। रसोई गैस की इस बढोतरी से सरकार ने जनता की जेब से 43572 करोड़ रुपए निकाल दिए हैं।
उन्होंने कहा कि यह आश्चर्य की बात है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल और रसाई गैस-एलपीजी सिलेंडर के दाम गिर रहे हैं। तेल की कीमत में गिरावट है लेकिन मोदी सरकार एलपीजी की दर बढाकर देश की जनता पर बोझ लाद रही है और जनता की जेब पर डाका डाला जा रहा है।
इससे पहले केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा था कि मोदी जी ने रसोई गैस की क़ीमत 144 रुपए बढ़ाई है। उसने 2019 से 2020 यानी एक साल में रसोई गैस की क़ीमत 200 रुपए बढ़ा दी। दिल्ली में एक सिलेंडर 858.50 रुपए, मुम्बई में 829.50 रुपए, चेन्नई में 881 रुपए तथा कोलकाता में 896 रुपए की दर से बिक रहा है। करंट की बात करते करते जनता की जेब पर ही करंट मार दिया।
पार्टी ने भी अपने आधिकारिक पेज पर ट्वीट कर कहा कि संसाधनों के मामले में जो देश हमारे सामने ठहरते तक नहीं, आज वो भी अपनी जनता को हमसे सस्ता डीजल दे रहे हैं। मगर, भाजपा सरकार जनता की जेब पर लगातार प्रहार कर रही है। ‘मोदीनॉमिक्स’ की अपार विफलता के बाद ‘थालीनॉमिक्स’ भी धराशायी। भाजपा शब्द और मुहावरे गढ़ने में माहिर है…मगर इससे जनता का पेट नहीं भरता। ‘थालीनॉमिक्स’ जैसा जुमला गढ़कर रसोई गैस की कीमतों में वृद्धि भाजपा के दोहरे चरित्र को दर्शाता है।
गौरतलब है कि देश की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन का बिना सब्सिडी वाला 14.2 किलोग्राम का घरेलू रसोई गैस सिलिंडर 144.50 रुपए महंगा हो गया है। इसकी कीमत 858.50 रुपए हो गई है। पहले यह 714 रुपए का था।