नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि कांग्रेस की विचारधारा का आधार प्रेम, स्नेह और राष्ट्रवाद से ओतप्रोत है जो अत्यंत प्रभावी है लेकिन इधर के कुछ सालों में पार्टी अपनी विचारधारा लोगों के बीच आक्रामकता से रखने में असफल रही है जिसका खामियाजा उसे भुगतना पड़ा है।
गांधी ने शुक्रवार को यहां पार्टी मुख्यालय से पार्टी के अगले सप्ताह शुरु हो रहे ‘जन जागरण’ अभियान से पहले वर्धा में चल रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम का आनलाइन शुभारंभ करते हुए कहा कि उनकी पार्टी ने अपनी विचारधारा को आक्रामता के साथ लोगों तक नहीं पहुंचाया है जबकि भारतीय जनता पार्टी तथा आरएसएस अपनी विचारधारा को ज्यादा प्रभावशाली तरीके से लोगों के बीच रखने में सफल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की तुलना में भाजपा आरएसएस की आवाज ज्यादा बुलंदी से जनता के बीच पहुंची है और इसका उसे लाभ मिला है हालांकि इसके कारण कांग्रेस की आवाज मिटी नहीं बल्कि कुछ दबी है और इसी वजह से अपेक्षाकृत कम लोगों तक पहुंची है।
हाल के वर्षों में भाजपा-आरएसएस ने अपनी विचारधारा का प्रचार ज्यादा जोरदार तरीके से किया और उसे लोगों के सामने आक्रामकता के साथ रखा जबकि कांग्रेस उस आक्रामकता के साथ अपनी बात रखने में असफल रही है।
गांधी ने हिंदू और हिंदुत्व का जिक्र करते हुए कहा कि यदि आप एक हिंदू हैं तो एक नए नाम ‘हिंदुत्व’ की क्या जरूरत है। भाजपा हिंदुत्व की बात करती है और हम कहते हैं कि हिंदू धर्म और हिंदुत्व में अंतर है। अंतर न होता तो नाम एक ही होता। अगर हम हिंदू हैं तो फिर हिंदुत्व की क्या जरूरत है। भाजपा आरएसएस की विचारधारा सावरकर पर आधारित है और कांग्रेस की विचारधारा गांधी जी के विचार पर आधारित है।
उन्होंने यह भी कहा “कांग्रेस की विचारधारा पुरानी है। इसमें प्रेम, स्नेह और प्यार की बात है। मेरा मानना है कि कबीर, गुरु नानक, महात्मा गांधी तथा अन्य कई महापुरुषों ने इस विचारधारा को अपनाया और फैलाया। कांग्रेस की विचारधारा सदियों से चली आ रही है और हमारी इस विचारधारा के प्रतीक महात्मा गांधी हैं लेकिन उनकी विचारधारा के प्रतीक सावरकर हैं।
गांधी ने कहा कि यदि कांग्रेस अपनी विचारधारा को संगठन में गहराई से फैलाएगी तो उसके पास देश के समक्ष आतंकवाद, धारा 370 जैसे मुद्दों पर अच्छे जवाब हैं लेकिन कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओं को जवाब के लिए तैयार नहीं करती है। यदि उन्हें यह हथियार दिया जाए और उन्हें जवाब देने के लिए तैयार किया जाता है तो कांग्रेस की विचारधारा और गहराई तक फैलेगी।