सिरोही। सिरोही जिले में कांग्रेस के विवाद की आंच सुमेरपुर तक पहुंची, ये बात दीगर है कि सोशल मीडिया पर वायरल ऑडियो ये बता रहा है कि सुमेरपुर में कांग्रेस की विधान सभा प्रत्याशी रही रंजू रामावत ने इस आंच पर पानी डाल दिया।
दरअसल, राज्य सरकार द्वारा मंडियों पर लगाये गए कृषि कल्याण कोष कर को लेकर मण्डी व्यापारियों में रोष था। उन्होंने 6 मई से मंडी में काम बंद कर रखा था। कोविड कि मार में इस बंदी से किसानों को अपनी फसल बेचने में दिक्कत आ रही थी। इसे लेकर मंडी प्रशासन ने व्यापारियों से समझाइश की। व्यापारियों ने शुक्रवार से फिर काम शुरू करने की घोषणा की।
शुक्रवार को मंडी शुरू करने के दौरान सुमेरपुर भाजपा के एमएलए जोराराम कुमावत के साथ सिरोही के निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा भी मंडी व्यापारियों के पास इस आभार प्रदर्शन के लिए पहुंचे कि उन्होंने उनकी आश्वासन पर किसानों की तकलीफ समझते हुए मंडी खोलने का निर्णय किया।
इस दौरान रंजू रामावत, जो कि पार्टी प्रोटोकॉल के अनुसार कांग्रेस के सत्ता में होने के कारण एक तरह से विधायक के समकक्ष ही अधिकार रखती हैं, नहीं थीं। इसी बात को लेकर सिरोही जिलाध्यक्ष ने रंजू रामावत को फोन किया। वायरल ऑडिओ में रामावत की प्रतिक्रिया के अनुसार ये सपष्ट प्रतीत हो रहा है कि वो ये समझ रही थी कि जीवाराम आर्य सिरोही विधायक संयम लोढ़ा पर राजनीतिक निशाना साधने के लिए उन्हें उकसाने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं जीवाराम आर्य की बात से ये लग रहा है कि वो उस कार्यक्रम में। कॉन्ग्रेस के प्रतिनिधि की अनुपस्थिति से चिंतित हैं।
सिरोही विधानसभा भी सुमेरपुर मंडी का हिस्सा
सिरोही विधानसभा क्षेत्र भी सुमेरपुर कृषि मंडी का हिस्सा है। यहां से उसमे 7 डेलीगेट चुनकर जाते हैं। इन चुनावों में कांग्रेस और भाजपा समर्थित लोगों का वर्चस्व रहता है ऐसे में मंडियों में राजनीति हावी रहती है।
-ये हुई वार्ता
जीवाराम आर्य– हैलो
रंजू रामावत– हां जीवाराम जी
जीवाराम आर्य– कि मैं यू कह रहा हूं कि आप नही गये क्या कल
रंजू रामावत– मैने ही तो संयम जी को आमंत्रित किया था। मैने मंडी वालो को बोलकर संयमजी को आमंत्रित किया था।
जीवाराम आर्य– कि मंडी में वो प्रोग्राम था बुलवाने का
रंजू रामावत– आपको पता है मेरा कल का कार्यक्रम, मैं अभी आपको भिजवाती हु, मैं कल नरेगा की विज़िट पर थी, मेरी कल 7-8 पंचायत की विजिट थी नरेगा की कल
जीवाराम आर्य– अगर आपने इनवाइट किया तो बीजेपी के एमएलए को क्यो ले गये?
रंजू रामावत– तो क्या हुआ, आप इतने सवाल जवाब क्यो खड़े कर रहे हो? आपको क्या प्रॉब्लम हो रही है सुमेरपुर से? आप तो मुझे इतना बताईये कि आप मझे फोन करके इस चीज के इतना उकसा क्यो रहे हो
Why u r saying this to me
जीवाराम आर्य – उकसा नही रहा हूं मैं
रंजू रामावत– तो आप क्यों कह रहे है
जीवाराम आर्य – मैं तो कह रहा हू की क्रेडिट जब बीजेपी वाले ले जाएंगे
रंजू रामावत– मैं क्या कह रही हूं कि संयम जी वहाँ आये तो उसमें क्या ईशू है आपको, क्या प्रॉब्लम है।
जीवाराम आर्य – ईशू यह है कि आपको ले जाना चाहिए न
रंजू रामावत– मुझे ऑब्जेक्शन नही है, मैं तो सिर्फ इतना कह रही हूं कि मुझे ऑब्जेक्शन नही है, तो आपको क्यो ऑब्जेक्शन हो रहा है।
जीवाराम आर्य– अच्छा ठीक है, ओके
रंजू रामावत– आपको क्या तकलीफ़ हुई कि आप फोन करके ये बात कह रहे हो मुझे
जीवाराम आर्य– मुझे तकलीफ यह हुई कि कांग्रेस के लोगो को, काम कांग्रेस के लोगों ने किया। जब आपने बुलाया, जब आप कह रहे हो कि आपने बुलाया था, तो आपने बुलाया तो आपकीं प्रजेन्स होनी चाहिए थी न
रंजू रामावत– आप अधिकृत ही नही हो ये सब चीजें बोलने के लिये
Why you are saying
यह पाली जिला है और वो सिरोही जिला है।
आप सिरोही के जिला अध्यक्ष हो, आप किस नाते बोल रहे हो मुझे
जीवाराम आर्य– मैं तो आपसे, अपने जो रिलेशन है न उसके नाते बोल रहा हूं।
रंजू रामावत – लेकिन जो आप बोल रहे हो, this is wrong
इस तरीके से वार्तालाप करना किया शोभा देता है आपको
जीवाराम आर्य – कोई बात नही, अगर आपको कोई दिक्कत नही है तो मुझे क्या दिक्कत है।
रंजू रामावत – फिर क्या तकलीफ हुई आपको कि आप ये कांग्रेस और ये सारी चीजें कर रहे है
जीवाराम आर्य – मुझे तो तकलीफ ये हुई न कि बीजेपी का आदमी गया उनके साथ मे
रंजू रामावत – तो क्या हो गया
जीवाराम आर्य – तो नही जाना चाहिए न
रंजू रामावत – अरे एक ईलेक्टेड रिप्रजेंटेटिव है, प्रजेंट विधायक है, यदि बीजेपी से भी है और वो वहाँ पर मौजूद हो गया तो So What
जीवाराम आर्य – हां, तो चलो ठीक है, आपको कोई ऑब्जेक्शन नही है तो मुझे कोई ऑब्जेक्शन नही है
रंजू रामावत – आपको तो ऑब्जेक्शन संयम जी से है न
जीवाराम आर्य – मुझे ऑब्जेक्शन ये है कि आप यहाँ के विधानसभा के कैंडिडेट है तो उसका क्रेडिट आपको मिलना चाहिए
रंजू रामावत – जीवाराम जी आप एक बात बताईये, ये कॉनंस्प्रेन्सी, जहां से मैने चुनाव लड़ा, ये जिला पाली, ये हमे देंखना है कि यहाँ कौन आये, कौन न आये।
अब उस चीज में आपको तकलीफ हो रही है कि संयम जी क्यो आये, ये तो गलत बात है न
जीवाराम आर्य– मुझे तकलीफ वो नही हो रही है कि संयम जी क्यो आये।
रंजू रामावत- आपको तकलीफ है जनाब, आपने शुरुआत ही संयम जी से की है।
जीवाराम आर्य- मुझे तकलीफ ये है कि आज की जो कांग्रेस की सरकार है, और ये फैसला कांग्रेस की सरकार ने किया है तो कांग्रेस के लोगो को उसका फ़ायदा मिलना चाहिए।
रंजू रामावत – नही तो आप ईश्यू क्यो बना रहे हो संयम लोढ़ा जी वाला
जीवाराम आर्य– मैं कोई ईशु नही बना रहा हूं
रंजू रामावत – ईशू ही बना रहे हो, आप क्या बोल रहे हो, ऑन रिकॉर्ड बोल रहे हो ये चीज
जीवाराम आर्य – अच्छा तो ठीक है फिर छोड़ो ने ये चीज, क्या है, आपको तकलीफ नही है तो मुझे क्या तकलीफ है
रंजू रामावत – अरे, लेकिन आप कभी फोन नही करते, लेकिन आज अचानक इस चीज में मजे लेने के लिये फोन कर दिया मुझे
जीवाराम आर्य– मजे लेने के लिये नही किया है
रंजू रामावत– तो किसलिए फोन किया आपने मुझे, तो क्यो किया फोन मुझे
जीवाराम आर्य – मुझे तकलीफ हुई न इसलिए किया
रंजू रामावत – क्यो तकलीफ हुई आपको
जीवाराम आर्य – तकलीफ होंगी न, कांग्रेस का नुकसान होंगा तो तकलीफ होंगी न
रंजू रामावत – तो आप अपने क्षेत्र को देखो न, मेरे क्षेत्र में क्यों तकलीफ हो रही है आपको इतनी
जीवाराम आर्य– अच्छा ठीक है, आज के बाद नही करेंगे भई
रंजू रामावत – इस तरह की राजनीति आप मेरे साथ नही करिये प्लीज
जीवाराम आर्य – छोड़ो-छोड़ो, ठीक है छोड़ो बात, बात खत्म करो
रंजू रामावत – आप इतने हल्के स्तर की पोलटिक्स खेलने जा रहे हो यहाँ पर
जीवाराम आर्य – मैं हल्के स्तर की नही खेल रहा हूं, मैं तो पार्टी की बात कर रहा हूं
रंजू रामावत – तो पार्टी की बात यहां क्यो लेकर बैठे हो आप, मंडी है सुमेरपुर की मंडी है, वहाँ के व्यापारी है, शिवगंज-सुमेरपुर सारी चीजें आपस में जुड़ी हुई है, जालोर तक सारा कामकाज है
जीवाराम आर्य – तो छोड़ो न फिर
रंजू रामावत – संयम जी इंडिपेंडेंट विधायक है, कोई भी व्यक्ति उनको बुला सकता है। मंडी के लोगों ने ये निर्णय लिया तो मुझसे भी बात की थी उन्होंने। विनोद जी ने मुझे भी कहा था पर मैं नही जा पाई। मैने कहां कोई बात नही संयमजी आ रहे है, मेरा नरेगा का कार्यक्रम फिक्स था।
जीवाराम आर्य – अच्छा तो ठीक है, आपको ऑब्जेक्शन नही है तो बात खत्म हो गयी न
रंजू रामावत – आप सिरोही के जिला अध्यक्ष होकर के इतना हस्तक्षेप क्यो करते हो, पडोसी एरिये में
जीवाराम आर्य – ऐसा है रंजू जी आपको कोई तकलीफ नही है तो मुझे कोई तकलीफ नही है, बात खत्म हो गयी न
रंजू रामावत – लेकिन आज तक कभी तकलीफ नही हुई आपको, आज तक तो कभी फोन न किया आपने
लेकिन अचानक फोन आ गया आपका, मेरे को भी लगा ये क्या? लेकिन मुझे आइडिया था कि आपने फोन किया है तो जरूर आप मंडी वाली बात छेडोगे। मुझे सब पता है
जीवाराम आर्य – ठीक है तो पता है तो बढ़िया है न मेने तो इसलिए छेड़ी की, मुझे तो इसलिए तकलीफ हुई कि बिजेपी का एमएलए क्यो गया साथ मे
रंजू रामावत – तो इससे पहले, डेढ़ साल पहले भी तकलीफ हो जाती, एकाद फोन पहले तो न आया आपका
जीवाराम आर्य – नही इस तरह का कोई ईशू होता तो जरूर आता
रंजू रामावत – जवाई पुर्नभरण पर बड़े बड़े होर्डिंग जोराराम जी ने लगाये
जीवाराम आर्य – होर्डिंग तो लगा सकता है कांग्रेस के आदमी तो नही लगाए न, कांग्रेस का आदमी लगाता तो मैं आपको कहता
रंजू रामावत – आपको तो ऑब्जेक्शन संयम जी लोढा पर ही है, और कोई ऑब्जेक्शन नही है आपको, मैं जहां तक समझ पायी हु आपको
जीवाराम आर्य – देखो ऐसा है, मेरे को ऑब्जेक्शन ये है भई कि जब वहां मंडी में कोई बात हो रही है तो बीजेपी का एमएलए तो वहाँ अटेंड है और अपने कांग्रेस का रिप्रजेंटेशन नही है
रंजू रामावत – तो संयम जी रिप्रजेंट कर रहे है न, कांग्रेस और इंडिपेंडेंट दोनों को रिप्रजेंट कर है है
हमे कोई ऑब्जेक्शन नही है, तो आपको क्यो हो रहा है ऑब्जेक्शन
जीवाराम आर्य – चलो ठीक है, आपको ऑब्जेक्शन नही है तो बात खत्म हो गयी।
रंजू रामावत – बात खत्म हो गई न तो पहले आप उस चीज को तो कन्फर्म कर लो
जीवाराम आर्य – ओके, ओके
रंजू रामावत – आप अपने क्षेत्र को संभाल लो अच्छे से पहले
जीवाराम आर्य – ठीक ठीक, ओके
इनका कहना है…
सुमेरपुर कृषि मंडी के कार्यक्रम को लेकर जीवाराम जी का फोन आया था। उसमे कांग्रेस के प्रतिनिधि की अनुपस्थिति को लेकर उनकी जिज्ञासा थी।
रंजू रामावत
कांग्रेस सुमेरपुर विधानसभा प्रत्याशी।
मंडी में कृषि कल्याण कोष को रिवाइज करने को लेकर आभार ज्ञापन था। उसमें कांग्रेस के प्रतिनिधि के नहीं होने से कांग्रेस से जुड़े लोग डिमोरलाइज थे। इसलिए रंजू जी से बात की थी।
जीवाराम आर्य
कांग्रेस सिरोही विधानसभ प्रत्याशी।