जयपुर। राजस्थान में कांग्रेस ने नए कृषि कानूनों के विरोध एवं किसान आंदोलन के समर्थन में किसान बचाओ देश बचाओ अभियान के तहत आज राजधानी जयपुर में धरना दिया।
धरना गवर्नमेंट हॉस्टल स्थित शहीद स्मारक पर दिया गया जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, चिकित्सा मंत्री डा रघु शर्मा, कृषि मंत्री लाल चंद कटारिया, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, राजस्व मंत्री हरीश चौधरी सहित कई मंत्री एवं पार्टी के विधायक एवं पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता शामिल हुए।
कांग्रेस के इन नेताओं ने एक मंच पर आकर इस समय एकजुटता का संदेश भी दिया। श्री पायलट के धरना स्थल पर पहुंचने पर उनके समर्थकों ने उनके पक्ष नारेबाजी भी की। धरनास्थल पर पूर्व पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह एवं रमेश मीना भी उनके साथ पहुंचे। धरने में निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा एवं बाबू लाल नागर भी पहुंचे।
इससे पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने मीडिया से कहा कि आज धरने का कार्यक्रम यह संदेश देने के लिए किया गया हैं कि कांग्रेस किसानों के साथ हैं और मजबूती के साथ हैं। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के तहत लाखों लोग सड़कों पर हैं। राजस्थान में भी करीब एक लाख लोग आंदोलन के समर्थन में सड़क पर डटे हुए हैं।
डोटासरा ने कहा कि किसानों की बात इसलिए नहीं मानी जा रही हैं कि अगर किसानों की बात मान ली गई तो उनके उद्योगपति मित्रों का क्या होगा। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के बाद पांच से 11 जनवरी को विधायक एवं कांग्रेस के पदाधिकारी गांव गांव लोगों के बीच जाकर उन्हें जागृत करेंगे।
इससे पहले सरकारी मुख्य सचेतक डा महेश जोशी ने कहा कि केन्द्र सरकार के किसान विरोधी लिए गए निर्णय के कारण आज किसान आंदोलनरत हैं और वे आत्महत्या करने को मजबूर हैं। केन्द्र की असंवेदनशील सरकार किसानों को कोई राहत नहीं दे रही हैं।
सरकारी उपसचेतक महेन्द्र चौधरी ने कहा कि केन्द्र सरकार ने नए कृषि कानूनों को वापस नहीं लिए गए तो इसके बाद पांच से ग्यारह जनवरी तक सभी विधायक अपने अपने क्षेत्रों में जाकर किसानों के समर्थन में लोगों को जागृत करेंगे।