बेंगलुरु । कर्नाटक में कांग्रेस विधायक उमेश जाधव ने सोमवार को विधानसभा से इस्तीफा दे दिया। वह काफी समय से पार्टी से नाराज चल रहे थे।
जाधव ने कोलार जिले के श्रीनिवासपुरा तालुका स्थित विधानसभा के अध्यक्ष रमेश कुमार के आवास पर जाकर अपना इस्तीफा पत्र सौंपा और उनसे जल्द ही इसे स्वीकार करने की अपील की।
राजनीति गलियारों में चर्चा है कि जाधव बुधवार को कलबुर्गी में होने वाले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हो सकते हैं। साथ ही यह चर्चा भी जोरों पर है कि वह लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार के तौर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के खिलाफ चुनाव लड़ सकते हैं।
जाधव के इस्तीफे को कांग्रेस के लिए तगड़ा झटका के तौर पर देखा जा रहा है। विधानसभा अध्यक्ष ने हालांकि अभी तक उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है। इससे पहले राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस नेता सिद्दारमैया ने विधानसभा अध्यक्ष से जाधव को अयोग्य ठहराने की अपील की थी। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को लिखे अपने पत्र में कहा था कि जाधव ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल न होकर पार्टी द्वारा जारी व्हिप अवहेलना की है। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से कांग्रेस तीन अन्य विधायकों को भी अयोग्य ठहराने की गुजारिश की है।