जैसलमेर। राजस्थान में चल रहे सियासी घमासान के बीच जैसलमेर के दो होटलों में कांग्रेसी विधायकों एवं मंत्रियों की बाड़ाबंदी में सुरक्षा व्यवस्था इतनी कड़ी है कि कोई विधायक, मंत्री बगैर पुलिस सुरक्षा के इधर उधर हो नहीं सकता।
जैसलमेर में होटल सूर्यगढ़ और होटल गोरबंध पैलेस में बाड़ाबंदी की जा रही है। होटल सूर्यगढ़ में सर्वाधिक 90 विधायक, मंत्री रुके हुए हैं, वहां पुलिस द्वारा त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
दूसरे खेमे के द्वारा किसी प्रकार की कोई सेंधमारी न हो उसके लिए इस पूरे सुरक्षा तंत्र एवं व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए करीब 500 से ज्यादा पुलिस कर्मी एवं खुफिया पुलिस के अधिकारी, जवान तैनात हैं। शहर एवं होटल में चप्पे चप्पे पर सादा वर्दी में तैनात खुफिया पुलिस के जवान पैनी निगाह रखते हुए पूरी चौकसी बरत रहे हैं।
असल में जैसलमेर में तपती रेगिस्तान की गर्मी में चल रहे सियासी संग्राम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सबसे बड़ी चिंता पायलट खेमे की सेंधमारी को लेकर है। इसको लेकर राजस्थान का खुफिया तंत्र पूरी तरह सतर्क हैं और जगह जगह पुलिस कर्मी मुस्तैदी से तैनात होकर किसी भी संभावना को विफल करन में डटे हुए हैं। लोगों को पूछताछ एवं तलाशी के बाद ही गंतव्य की ओर जाने दिया जा रहा है।
सूर्यगढ़ होटल से 200 मीटर पहले ही सम रोड़ पर पुलिस ही बेरोगेटिंग लगाकर पुलिस टीम तैनात की गई हैं जो वहां से गुजरने वाले हर वाहन को पूछताछ करने के बाद ही आगे गुजरने देती है। उसके बाद जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की टीम सूर्यगढ़ के मुख्य द्वार पर तैनात है। होटल के अंदर आने जाने वालों को पूरी जांच और पूछताछ के बाद ही अंदर जाने दिया जा रहा है।
इसके बाद रिसेप्सन पर मुख्यमंत्री की सिक्युरिटी टीम का दस्ता तैनात हैं जो अनुमत व्यक्ति को कड़ी जांच पड़ताल व पूछताछ के बाद ही होटल के अंदर प्रवेश करने दे रहा है। यही व्यवस्था गोरबंध पैलेस में भी की गई है। सादा वर्दी में तैनात पुलिस कर्मी व अन्य खुफिया पुलिस के जवान होटलों के आसपास व शहर के अन्य स्थानों पर घूमते हुए नजर आ रहे हैं।