SABGURU NEWS | नयी दिल्ली कांग्रेस ने नरेन्द्र मोदी सरकार पर प्रतिशोध की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि इसने देश के समक्ष कई नयी चुनौतियां खड़ी कर दी हैं जिनका जमकर मुकाबला किए जाने की आवश्यकता है।
महाधिवेशन में पेश राजनीतिक प्रस्ताव पर चर्चा में शामिल होते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि वर्तमान समय में देश के अस्तित्व को चुनौती दी जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि देश का माहौल बिगाड़ा जा रहा है और विपरीत परिस्थितियां पैदा कर सरकार रक्षक की बजाय भक्षक बनकर काम कर रही है। किसानों को हक मांग करने पर गोली मारी जा रही है और युवाओं को रोजगार के नाम पर छला जा रहा है
पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि सरकार का कोई मंत्री गलत बोलता है तो हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करने की बजाय संबंधित मंत्री पर हमला करना चाहिए। हम जब मोदी पर हमलावर होते हैं तो ऐसे में गलत करने-बोलने वाला मंत्री सुरक्षित हो जाता है। उन्होंने कहा कि नौकरशाह सरकार के लिए इस्तेमाल क्यों हो रहे हैं, यह बात उनसे पूछी जानी चाहिए।
गुजरात में कांग्रेस विघायक दल के नेता परेश धानी ने मोदी के गुजरात मॉडल को एक भ्रम बताया और कहा कि इस नाम से देश में गलत प्रचार किया गया है। उन्होंने कहा कि गुजरात मॉडल ‘झूठ बोलो और भ्रम फैलाओ’ के अलावा कुछ नहीं है। श्री घानी ने चुटकी लेते हुए कहा कि श्री मोदी एक दिन में जब तक 10 बार झूठ नहीं बोलते उन्हें नींद नहीं आती।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारामैया ने कहा कि देश आर्थिक चुनौतियों से जूझ रहा है। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार में देश का सकल घरेलू उत्पाद दर साढ़े प्रतिशत थी जिसमें आज जबरदस्त गिरावट आयी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा जनता के साथ उसके हित की बात की है जबकि भारतीय जनता पार्टी ने लोगों से सिर्फ वादे किए हैं। उन वादों को पूरा करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया जा रहे हैं। सरकार किसानों और बेरोजगारों की सुध नहीं ले रही है।
श्रीमती दीपादास ने इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन ईवीएम को बदल कर पुरानी बैलेट व्यवस्था के आधार पर मतदान कराने की मांग की और कहा कि ईवीएम से चुनावी प्रक्रिया पर उन्हें पूरी तरह से संदेह है। उनका कहना था कि ‘ईवीएम हटाओ और पुरानी बैलेट व्यवस्था लाओ’ का कांग्रेस को नारा बुलंद करना चाहिए।
महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव ने महिला सशक्तीकरण पर बल दिया और कहा कि इस दिशा में जरूरी कदम उठाए जाने चाहिए। वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने पूछा कि चुनाव से पहले श्री मोदी 56 इंच छाती की बात करते थे लेकिन सत्ता में आने के बाद उन्होंने जो भी काम किया उससे यही साबित हुआ कि उनकी छाती में दिल नहीं है।