उदयपुर। कांग्रेस ने चिंतन शिविर में पार्टी को मजबूत बनाने के लिए जनता से जुड़ने, ब्लॉक स्तर पर रिक्त पदों को भरकर राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी को सशक्त बनाने के वास्ते बुनियादी तौर पर बदलाव लाने को लेकर कई प्रस्ताव पारित किए हैं।
कांग्रेस के यहां तीन दिन तक चले नव संकल्प शिविर के रविवार को समापन समारोह में पार्टी के राजस्थान के प्रभारी महासचिव अजय माकन ने चिंतन शिविर में पारित प्रस्तावों की जानकारी देते हुए बताया कि शिविर में पार्टी को नई ऊर्जा, नई शक्ति, नए उत्साह तथा विश्वास के साथ मजबूती प्रदान करने के लिए संगठन में कई स्तर पर बदलाव करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है।
उन्होंने कहा कि चिंतन शिविर में पारित प्रस्ताव के अनुसार छह महीने के भीतर सभी रिक्त पदों को भरा जाना है और मंडल स्तर पर कमेटियों का गठन किया जाना है। पार्टी ने कहा है कि जिला प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर रिक्त पदों पर नियुक्तियों की जवाबदेही सुनिश्चित किया जाएगा।
माकन ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी को मजबूत बनाने के लिए पब्लिक इनसाइड डिपार्टमेंट का गठन किया जाएगा जिसमें जनता के विचारों को कांग्रेस नेतृत्व तक पहुंचाएगा और उसके हिसाब से पार्टी नेतृत्व फैसला लेगा। इसके साथ ही राष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षण केंद्र खोल जाएगा जहां पार्टी की विचारधारा तथा ज्वलंत मुद्दों पर कार्यकर्ताओं और नेताओं को व्यापक प्रशिक्षण दिया जाएगा।
पार्टी महासचिव ने कहा कि संगठन में चुनाव प्रबंधन विभाग बनाने का भी फैसला लिया गया है जिसके माध्यम से देश में होने वाले चुनाव की तैयारियों को प्रभावशाली तरीके से लड़ने के लिए पार्टी को तैयार रखने का काम किया जाएगा। पार्टी ने पदाधिकारियों के कार्यकाल का समय भी पांच साल निर्धारित किया है ताकि नए लोगों को पार्टी में काम करने का अवसर मिल सके। संगठन में युवाओं को ज्यादा महत्व दिए जाने का भी फैसला लिया गया है।
उन्होंने कहा कि शिविर में एक व्यक्ति एक परिवार के सिद्धांत को लागू करने का निर्णय लिया गया है और इसके तहत एक परिवार के सदस्य को ही टिकट दिया जाएगा। यदि किसी परिवार के सदस्य को दूसरा टिकट देने की बात आती है तो उसके लिए पार्टी में कम से कम पांच साल तक सक्रिय रूप से काम करने के अनुभव को अनिवार्य रखा गया है।
कांग्रेस ने चिंतन शिविर में नव संकल्प आर्थिक नीति को महत्व देते हुए कहा है कि सरकार की आर्थिक नीतियां देश को नुकसान पहुंचा रही है और युवाओं के लिए रोजगार का संकट बन गई है इसलिए आर्थिक असमानता के निराकरण के लिए रोजगार पैदा करने वाली आर्थिक नीति अपनाना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने देश के सभी वर्गों के समान रूप से विकास के लिए उनकी आवाज बनने का भी संकल्प लिया है। इसमें महिलाओं के लिए विधान परिषदों, विधानसभाओं तथा संसद में 33 प्रतिशत आरक्षण देने का प्रस्ताव पारित किया है।
पार्टी ने अखिल भारतीय स्तर पर सामाजिक न्याय सलाहकार परिषद के गठन के सुझाव को भी मंजूरी दी है और कहा है कि परिषद छह महीने में बैठक करेगी जिसमें अनुसूचित जाति, जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक और महिलाओं से जुड़े मुद्दों को उठाकर उन पर विचार किया जाएगा।
माकन ने कहा कि नई शिक्षा नीति को लेकर भी चिंतन शिविर में विचार विमर्श हुआ है। प्रस्ताव में कहा गया है कि इन वर्गों के बच्चों को शिक्षा का अधिकार मिलना चाहिए और अमीरी गरीब के बीच की खाई को पाटा जाना चाहिए।
उन्होंने कहा के सामाजिक न्याय तथा सशक्तिकरण समूह ने देश के शोषित, वंचित, पिछड़ों, गरीबों तथा अल्पसंख्यकों के साथ अन्याय और भेदभाव पर विस्तृत चिंतन किया और इन वर्गों की आवाज बनकर राष्ट्रीय स्तर पर उनकी पीड़ा को उठाने का संकल्प लिया।
पार्टी ने चीन सीमा पर बढ़ते चीनी दखल पर भी चिंता जाहिर की और कहा कि सरकार को इससे निपटने के लिए सशक्त नीति अपनानी चाहिए। चिंतन शिविर में पार्टी ने भारतीय सीमा में चीन के अतिक्रमण को लेकर सरकार की चुप्पी पर चिंता जाहिर की है।