लखनऊ। हिन्दुत्व की व्याख्या को लेकर पूर्व केन्द्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद की पुस्तक के विवादित अंश से कांग्रेस में भी नाराजगी मुखर होने लगी है।
इसी कड़ी में सोमवार को पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता जावेद अहमद खान ने अपने पद के साथ साथ पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की विभाजनकारी राजनीति से लड़ने की क्षमता केवल कांग्रेस में थी, जिसे सलमान खुर्शीद, राशिद अल्वी व मणिशंकर अय्यर जैसे नेताओं ने गर्त में ढकेलने का कोई अवसर नही गंवाया।
ऐसा लगता है कि कांग्रेस में बीजेपी के लिए काम करने वाले बड़े नेताओं की फौज है जो चुनाव आते ही ऐसे बयान देते है जो बीजेपी को लाभ पहुंचाते है और कांग्रेस के ज़मीनी कार्यकर्त्ता और विचारधारा को नुकसान पहुंचाते है।
उन्होंने कहा कि पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की मेहनत बेकार होती दिख रही है। कार्यकर्ता भी लगातार उदास है उसके अंदर विजय की इच्छाशक्ति भरने के स्थान पर हतोत्साहित करने में कोई कसर बाकी नही छोड़ रहे हैं। यह समय संविधान, लोकतंत्र, महापुरुषों के सम्मान को बचाने का है।
कांग्रेस की विचारधारा को तुष्टीकरण की विचारधारा बनाकर पेश करने में लगे यह नेता भाजपा की पिच पर कांग्रेस को खेलने के लिए विवश करते है जिससे कांग्रेस लगातार कमजोर होती जा रही है। हालात इस तरह के है कि जैसे कांग्रेस के लिए नहीं, हम भाजपा के लिए कार्य कर रहे है, इसी कारण त्यागपत्र देना ही अंतरात्मा की मांग थी।
गौरतलब है कि सलमान खुर्शीद की किताब, ‘सनराइज ओवर अयोध्या-नेशनहुड इन ऑवर टाइम्स’ को लेकर देश में कई जगहों पर विवाद हो चुका है।