भोपाल। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री होंगे। देर रात कांग्रेस विधायक दल की बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को विधायक दल का नेता चुने जाने की घोषणा केंद्रीय पर्यवेक्षक ए के एंटोनी द्वारा किए जाने के साथ ही उनका मुख्यमंत्री बनना तय हो गया।
संभावना है कि कमलनाथ मुख्यमंत्री के रूप में 17 दिसंबर को शपथ लेंगे, हालाकि इस संबंध में अभी आधिकारिक तौर पर नहीं बताया गया है। कांग्रेस के सूत्रों ने कहा कि शपथ ग्रहण समारोह यहां ऐतिहासिक लाल परेड मैदान पर होगा।
पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने राज्य के छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले कमलनाथ को इसी वर्ष अप्रैल माह में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद की कमान सौंपकर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी थी।
कमलनाथ ने लगभग छह माह में ही विधानसभा चुनाव की तैयारियां कीं और 12 दिसंबर को सुबह घोषित किए गए अंतिम नतीजों के साथ ही पार्टी 114 सीटों के साथ सबसे बड़े दल के रूप में उभरकर सामने आयी। दोपहर तक तय हो गया था कि अब राज्य में कांग्रेस की सरकार बनेगी।
इसके बाद कल शाम कांग्रेस विधायक दल की पहली बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर नेता के चयन के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को अधिकृत किया गया। बैठक में मौजूद केंद्रीय पर्यवेक्षक ए के एंटोनी यह प्रस्ताव लेकर कल रात ही दिल्ली रवाना हो गए थे। बाद में कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया भी दिल्ली पहुंचे और गांधी से सभी ने मुलाकात की।
इसके बाद देर रात एंटोनी अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ भोपाल पहुंचे और कांग्रेस विधायक दल की दूसरी बैठक में कमलनाथ को दल का नेता चुने जाने की जानकारी दी। इसके साथ ही कमलनाथ का मुख्यमंत्री बनना तय हाे गया।
दो दिन से प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के आसपास जश्न का माहौल है और प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आए कार्यकर्ता अपने नेता के समर्थन में नारे लगाने के साथ ही पटाखे फोड़कर और मिष्ठान वितरण कर खुशियां मना रहे हैं।