नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी सेना में भर्ती की नई अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे युवाओं के समर्थन में शनिवार को खुलकर आ गई लेकिन पार्टी ने युवाओं से अपना पक्ष शांतिपूर्ण ढंग से सरकार के समक्ष रखने की भी अपील की है।
पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज हिन्दी में लिखे एक पत्र के माध्यम से अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे युवाओं से आंदोलन को शांतिपूर्ण और अहिंसक रखने की अपील करते हुए कहा कि इस योजना को वापस कराने के संघर्ष में कांग्रेस उनके साथ है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस आपके साथ पूरी मजबूती से खड़ी है और इस योजना को वापस करवाने के लिए संघर्ष करने और आपके हितों की रक्षा करने का वादा करती है। हम एक सच्चे देशभक्त की तरह सत्य, अहिंसा, संयम और शांति के मार्ग पर चलकर सरकार के सामने आवाज उठाएंगे।
सोनिया गांधी का यह संदेश पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने जारी किया।कांग्रेस अध्यक्ष ने युवाओं के नाम संदेश में कहा कि आप भारतीय सेना में भर्ती होकर देश सेवा का महत्वपूर्ण कार्य करने की अभिलाषा रखते हैं। सेना में लाखों खाली पद होने के बावजूद पिछले तीन साल से भर्ती न होने का दर्द मैं समझ सकती हूँ। एयरफोर्स में भर्ती की परीक्षा देकर रिजल्ट और नियुक्ति का इंतजार कर रहे युवाओं के साथ भी मेरी पूरी सहानुभूति है।
उन्होंने कहा कि मुझे दुख है कि सरकार ने आपकी आवाज को दरकिनार करते हुए नई सेना भर्ती योजना की घोषणा की है, जो कि पूरी तरह से ‘दिशाहीन’ है। आपके साथ-साथ कई पूर्व सैनिक और रक्षा विशेषज्ञों ने भी इस योजना पर सवालिया निशान उठाए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मैं आपसे भी अनुरोध करती हूं कि अपनी जायज मांगों के लिए शांतिपूर्ण और अहिंसक ढंग से आंदोलन करें। कांग्रेस आपके साथ है।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी पर केंद्र में सत्ता में आने के बाद से ‘जय जवान जय किसान’ के मूल्यों का अपमान करने का आरोप लगाया। गांधी ने एक ट्वीट में कहा कि पहले मैंने कहा था कि प्रधानमंत्री को ‘ब्लैक फार्म लॉ’ वापस लेना होगा। इसी तरह उन्हें ‘अग्निपथ’ योजना वापस लेनी होगी।
कांग्रेस ने इसे तुरंत वापस लेने की अपनी मांग दोहराई और सरकार को देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ नहीं करने की चेतावनी दी। कांग्रेस ने युवाओं से अपने लोकतांत्रिक अधिकार को व्यक्त करने और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के बजाय शांतिपूर्ण तरीके से विरोध जताने का आह्वान किया।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आप हमारे सैन्य बलों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की घुसपैठ करना चाहते हैं। आपका इरादा क्या है? देश भर में मौजूदा स्थिति चिंता का विषय है। सरकार को देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करना बंद करना चाहिए और इस योजना को तुरंत वापस लेना चाहिए।
खेड़ा ने कहा कि नोटबंदी के दौरान सरकार ने 50 दिनों के भीतर 60 बार नियम बदले। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी), कृषि कानूनों और सीएए के साथ भी ऐसा ही हुआ। हाल में अग्निपथ योजना की घोषणा के बाद ही सरकार ने कई बदलाव किए।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्य सभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने तंज कसते हुए कहा कि 70 वर्ष से अधिक आयु के नेता कहते हैं कि वह देश सेवा में जुटे हैं लेकिन देश सेवा के लिए सर्वाधिक उपयुक्त 22-23 वर्ष के युवा को इस योजना के माध्यम से सेवानिवृत्त करके उसे ‘रिटायर’ कहलाने के लिए छोड़ दिया जाएगा।
उन्होंने अग्निपथ योजना को तत्काल वापस लेने की मांग की। उन्होंने कहा कि यह योजना कुछ उद्योगपतियों के लिए मामूली वेतन और सुविधाओं पर नौकरी के लिए बेरोजगार युवाओं की भीड़ तैयार करने का जुगत मात्र है।
कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने सरकार पर अग्निपथ योजना को लेकर ‘मार्केटिंग’ करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जो लोग अग्निपथ के फायदे गिना रहे हैं, वे कुछ बेचने की कोशिश कर रहे हैं। उनके शब्द ‘सेल्समैन’ जैसे हैं। देश को इस योजना की क्या आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अग्निपथ युवाओं को आग में झोंकने की योजना है और सरकार को इसे तुरंत वापस लेना चाहिए।