नई दिल्ली। कांग्रेस ने केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी के कामकाज के तौर -तरीकों पर सवाल उठाते हुए शनिवार को आरोप लगाया कि उनकी मनमानी ‘सनक’ का खामियाजा दूरदर्शन और आकाशवाणी के कर्मचारियों को भुगतना पड़ रहा है।
कांग्रेस के संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने ट्विटर पर मंत्री से आठ सवाल पूछे हैं और कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन पर मौन क्यों हैं। उन्होंने भारतीय सूचना सेवा (आईाअाईएस)के अधिकारियों का व्यापक पैमाने पर तबादला किए जाने, गोवा में आयोजित अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह के प्रसारण का काम दूरदर्शन के बजाय एक निजी कंपनी को दिए जाने तथा दूरदर्शन और आकाशवाणी के कर्मचारियों का वेतन रोके जाने पर सवाल खड़े किए है। उन्होंने कहा कि मंत्री इन कर्मचारियों का वेतन रोक कर उन्हें किस बात की सजा दे रही हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता ने पूछा है कि फिल्म समारोह का प्रसारण निजी कंपनी को क्यों दिया गया और इसके लिए प्रसार भारती को उस कंपनी को 2़ 92 करोड़ रूपए की अदायगी क्यों की जानी चाहिए।
उन्होंने पूछा कि मंत्री ने दाे माह में आईआईएस समूह ‘ए’ के 500 में से 140 अधिकारियों और आईआईएस एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिंद्य सेनगुप्ता का तबादला क्या उन्हें दंडित करने के लिए किया है।
सुरजेवाला ने यह भी पूछा है कि ईरानी को संपादकीय के दो पदों पर पत्रकारों को ज्यादा वेतन पर रखने के लिए प्रसार भारती पर क्यों दबाव बनाना चाहिए जबकि संस्था उन्हें इतनी राशि देने की स्थिति में नहीं है। उन्होंने सवाल किया कि क्या ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि इन दो पत्रकारों में से एक उनका गैर अधिकारिक मीडिया सलाहकार है।