नयी दिल्ली कांग्रेस ने पंजाब एवं महाराष्ट्र कोआपरेटिव (पीएमसी) बैंक को लेकर सरकार से श्वेत पत्र जारी करने की मांग करते हुए कहा है कि बैंक में जमा पैसा निकालने की सीमा तय करने से एक सप्ताह पहले तक 50 हजार रुपए से ज्यादा राशि निकालने वाले लोगों की सूची जारी की जानी चाहिए।
कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने शुक्रवार को यहां पार्टी की नियमित प्रेस ब्रीफिंग में आरोप लगाया कि कई लोगों को पहले से ही मालूम था कि पीएमसी बैंक में हुए घोटाले के कारण इसमें जमा पैसे निकालने में पाबंदी लगने वाली है। उनकी यह बात सही साबित हुई और भारतीय रिजर्व बैंक ने 23 सितम्बर को बैंक से पैसा निकालने की सीमा निर्धारित कर दी।
उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक पैसा निकालने की शर्त लगाने वाला है, इसकी सूचना कुछ लोगों को पहले थी, इसलिए समय रहते उन्होंने पैसा निकाल लिया। उन्होंने कहा कि सरकार को बैंक में हुए घोटाले के जिम्मेदार लोगों के साथ ही उन लोगों की सूची भी जारी करनी चाहिए जिन्होंने बैंक से पैसा निकालने की शर्त लगने से पहले एक सप्ताह के भीतर 50 हजार रुपए से ज्यादा की निकासी की है। बैंक में हुए घोटाले के कारणों की असलियत सबके सामने लाने के लिए सरकार से श्वेत पत्र जारी करने की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि सही मायने में क्या हुआ है, इसकी जानकारी श्वेत पत्र से ही मिल सकती है।
प्रवक्ता ने कहा कि सिर्फ पीएमसी बैंक में नहीं बल्कि कई अन्य बैंकों की स्थिति भी ठीक नहीं है। पीएमसी बैंक ने एक ही व्यक्ति को अपने कुल ऋण का 73 प्रतिशत ऋण उपलब्ध कराया है जो बैंकिंग नियमों के विरुद्ध है। अन्य बैंकों में भी एेसी अनियमितता हुई है जिसके कारण बैंकों का 275 लाख करोड़ रुपए का ऋण बट्टे खाते में डाल दिया गया है। ऋण बट्टा खाते में जाने के बाद बैंकों ने वसूली में ढिलाई बरतना शुरू कर दिया है।