नई दिल्ली। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लोकसभा चुनाव के दौरान बेहिसाब धन खर्च करने का आरोप लगाते हुए रविवार को कहा कि कर्नाटक के चित्रदुर्ग में उनके हेलिकॉप्टर से उतारे गए काले बक्से की जाँच होनी चाहिए।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं प्रवक्ता आनंद शर्मा ने यहाँ पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी दुनिया का सबसे बड़ा धनी राजनीतिक दल बन गया है। मोदी और भाजपा लोकसभा चुनावों में बेहिसाब पैसा खर्च कर रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि शनिवार को चित्रदुर्ग में मोदी के हेलिकॉप्टर से एक काला बक्सा उतारा गया और एक निजी वाहन में रखा गया जो प्रधानमंत्री के काफिले का हिस्सा नहीं था। इसके बाद यह वाहन मौके से चला गया।
उन्हाेंने कहा कि चुनाव आयोग को इस मामले की जांच करनी चाहिए और पूरे देश का पता होना चाहिए कि प्रधानमंत्री के हेलिकॉप्टर में क्या लाया गया है। यह हेलिकॉप्टर नौसेना का था और प्रधानमंत्री की सेवा में था। शर्मा ने कहा कि यह बक्सा किसका था? इसमें क्या था और कहां चला गया? इसकी पूरी जाँच की जानी चाहिए। यह बक्सा एसपीजी की सुरक्षा में लाया गया था।
उन्होेंने कहा कि चुनाव अधिकारियों को पूरा अधिकार है कि वे चुनाव के दौरान किसी भी वाहन की पूरी तरह से जांच करें और तलाशी लें। इस प्रावधान से केंद्रीय मंत्रियों और प्रघानमंत्री को भी छूट नहीं है। उन्होेंने आरोप लगाया कि मोदी खुद को कानूनों से ऊपर मानते हैं।
शर्मा ने संवाददाता सम्मेलन में एक वीडियो भी दिखाया जिसमें मोदी के हेलिकॉप्टर से एक बक्सा उतारा गया और एक वाहन उसे लेकर तेजी से मौके से चला गया। कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री ने मर्यादा तोड़ी है और चुनाव आयोग का अपमान किया है।
वह लगातार भ्रष्ट तरीकों में लिप्त हैं, विपक्ष को बदनाम करते हैं और उसे लगातार अपमानित करने का प्रयास करते हैं। उन्होेंने कहा कि यह पहली बार है कि चुनाव आयोग को जांच एजेंसियों को निष्पक्षता बरतने का निर्देश देना पड़ रहा है।
शर्मा ने कहा कि मोदी ने चुनावों को मुख्य मुद्दों से भटकाने का प्रयास किया है। वह बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और कृषि की बदहाली तथा विदेश नीति की विफलता जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर बहस से बच रहे हैं।
उन्होेंने फ्रांस के ‘ल मॉन्ड’ समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों का उल्लेख करते हुए कहा कि राफेल सौदे में मोदी खुद शामिल रहे हैं और इस संबंध में दाेनों देशों में हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। प्रधानमंत्री को राफेल से संबंधित सवालों का जवाब खुद देना चाहिए।