जयपुर। राजस्थान के भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने कांग्रेस चिंतन शिविर में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयानों पर पलटवार करते हुए कहा हैं कि कांग्रेस के चिंतन शिविर में गांधी परिवार को खुश करने के लिए वही रटी-रटाई बातें करने की बजाए प्रदेश के किसानों की कर्जमाफी का वादा पूरा करने का ऐलान किया जाना चाहिए।
डा पूनियां ने आज रात अपने बयान में यह बात कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के चिंतन शिविर में वही रटी-रटाई बातें जिनसे गांधी परिवार खुश होता है, और परिवारवाद इस कदर हावी है कि पूरी कांग्रेस गांधी परिवार के सामने नतमस्तक है, इससे आगे कांग्रेस की कोई सोच नहीं है, ना कोई विजन है, सिर्फ परिवारवाद की राजनीति के इर्द-गिर्द ही कांग्रेस सिमट गई है।
उन्होंने कहा कि परिवारवाद, तुष्टिकरण, भ्रष्टाचार आदि के कारण ही कांग्रेस पूरे देश में सिमट चुकी है, केवल राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बची है, इन दो राज्य भी आने वाले चुनावों में कांग्रेस मुक्त हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि चिंतन शिवर में सोनिया गांधी कह रही है कि अल्पसंख्यक तुष्टीकरण की राजनीति हो रही है, क्या सोनिया गांधी को यह पता नहीं है कि कांग्रेस सरकार के शासन में करौली, जोधपुर, भीलवाड़ा, भरतपुर और नोहर में हिंसा भड़की, कोटा में पीएफआई की रैली को इजाजत किसने दी, क्या सोनिया गांधी को प्रदेश में बहुसंख्यकों पर अत्याचार नहीं दिखते।
उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में हिंसा पीड़ितों से मिलने आज तक गहलोत नहीं गए, हिंसा करने वाले लोगों पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई, सरकार सिर्फ लीपापोती कर रही है, एक पक्ष के दोष को छुपाने के लिए दूसरे पक्ष के लोगों को फंसाया जा रहा है, ऐसा कांग्रेस तुष्टीकरण कर वोट बैंक के लिए कर रही है।
उन्होंने कहा कि आजादी से लेकर 50-55 वर्षों तक अल्पसंख्यकों को कांग्रेस ने सिर्फ वोट बैंक तक ही सीमित रखा, इनके विकास व संबल के लिए अटल बिहारी वाजपेयी से लेकर पिछले आठ वर्षों से मोदी सरकार में कार्य हो रहे हैं। मोदी सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास के संकल्प के साथ देश के हर के उत्थान के लिये कार्य कर रही है।
डा पूनियां ने कहा कि सोनिया गांधी को कांग्रेस के चिंतन शिविर से कोई संदेश देना है तो गहलोत को कहें कि किसान कर्जमाफी का वादा पूरा करें। गहलोत को याद रखना चाहिए कि देश पर इमरजेंसी कांग्रेस के शासन में थोपी गई, लोगों को जेलों में डाल दिया गया, अब कांग्रेस के शासन में ही राजस्थान में जनहिते के मुद्दों की आवाज उठाने वाले पत्रकारों व भाजपा नेताओं के खिलाफ षडयंत्र करके झूठे मुकदमे दर्ज करवाए जा रहे हैं, वहीं कांग्रेस के कई विधायकों के बेटों को दुष्कर्म के मामलों में आरोपी होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
उन्होंने कहा कि योजनाओं को लाभार्थियों तक पहुंचाने के लिए केन्द्र की मोदी सरकार जमीन पर कार्य कर रही है वहीं गहलोत सरकार किसानों व युवाओं से वादाखिलाफी की है, तो आपके पास जनता को बताने के लिए कुछ है ही नहीं, और जनता 2023 में प्रदेश से कांग्रेस को हमेशा के लिए विदा करने को अभी से तैयार बैठी है।
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