नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लोकसभा में शोरगुल के बीच कहा कि कांग्रेस ने 1947 में राजनीतिक फायदे के लिए जिस तरह देश को बांटा वैसे ही आंध्र प्रदेश को विभाजित किया है।
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर लोकसभा में मोदी ने कहा कि यह आपका चरित्र है। आपने भारत को विभाजित किया। आजादी के 70 साल बाद भी 125 करोड़ भारत की जनता आपके बोए जहर के कारण जूझ रही है। एक भी दिन ऐसा नहीं जाता कि भारत के लोग आपके गुनाहों का दंड नहीं भुगतते।
मोदी सदन को कुछ सांसदों द्वारा आंध्र प्रदेश को वित्तीय पैकेज प्रदान करने की मांग को लेकर नारेबाजी के बीच संबोधित कर रहे थे। केंद्र सरकार ने कांग्रेसनीत संप्रग शासनकाल के अंत में तेलंगाना के आंध्र से अलग होने पर वित्तीय पैकेज देने का वादा किया था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने राजनीतिक फायदे के लिए दक्षिण राज्य को जल्दबाजी में विभाजित किया था। मोदी ने कहा कि जब भी हम नए राज्यों के गठन की बात करते हैं तो हम अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा उत्तराखंड, झारखंड और छत्तीसगढ़ के तरीकों को याद करते हैं। उन्होंने दिखाया था कि कैसे दूरदर्शी फैसले अमल में लाए जाते हैं।
उन्होंने कहा कि विपक्ष द्वारा सरकार की आलोचना में कोई सार ही नहीं है। वह यही कहते रहते हैं ‘हम जब सत्ता में थे..’।
उन्होंने कहा कि यह वही पार्टी है जिसने भारत को विभाजित किया। दशकों से एक पार्टी ने अपनी सारी ताकत एक परिवार की सेवा में लगा दी। एक परिवार के हित को राष्ट्रहित से ऊपर रखा गया।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा कहती रही है कि भारत को लोकतंत्र पंडित जवाहर लाल नेहरू और कांग्रेस की वजह से मिला है। उन्होंने पूछा कि भारत के इतिहास को लेकर यही उनकी समझ है? यह कैसा घमंड है?
मोदी ने कहा कि भारत को लोकतंत्र नेहरू की वजह से नहीं मिला। उन्होंने कांग्रेस नेताओं से कहा कि कृपया हमारे मूल्यवान इतिहास को देखिए जहां मूल्यवान लोकतांत्रिक परंपरा के कई महत्वपूर्ण उदाहरण हैं जो सदियों पुराने हैं। उन्होंने कहा कि इस राष्ट्र में लोकतंत्र अत्यावश्यक है और यह हमारी परंपरा में है।