सबगुरु न्यूज-सिरोही। राहुल गांधी मानहानि प्रकरण और सदस्यता समाप्ति के मामले में राजस्थान सरकार के मत्रियों को अपने अपने प्रभार वाले जिलों में जाकर पत्रकार वार्ता करने के निर्देश मिले। इसी के तहत राजस्थान सरकार के राज्यमंत्री और सिरोही के प्रभारी मंत्री महेन्द्र चौधरी ने सोमवार को पत्रकार वार्ता को संबोधित किया।
इस दौरान उन्होंने बताया कि किस तरह के कांग्रेस सत्याग्रह के माध्यम से हर जिले और हर गांव में मोदी सरकार की तानाशाही और अडानी से उनकी मित्रता से हुए भ्रष्टाचार को लेकर जाएगी। चौधरी ने बताया कि कांग्रेस ने हर जिले में सत्याग्रह किया था। यह सत्याग्रह इसी तरह जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि 6 बाड़मेर, 7 को चित्तौड़, 8 को चूरू में सत्याग्रह होगा।
उन्होने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राहुल गांधी से सबसे ज्यादा डरे हुए हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने संसद और बाहर मोदी जी और अडानी जी की दोस्ती और अडानी की कम्पनी में शेल कम्पनियों के द्वारा लगाए गए बीस हजार करोड़ के बारे में पूछ लिया। इस पर उन पर मुकदमा दायर करवाकर दो साल की सजा दिलवाकर सदस्यता समाप्त करवा दी। उन्होंने कहा कि राजनीतिक छीटाकंशी पर मुकदमे करेंगे तो अकेले राजस्थान में ही भाजपा के कई नेताओं की सदस्यता जा सकती है। लेकिन, हमारे स्पीकर ऐसे नहीं है।
चौधरी ने इसकी क्रोनोलॉजी बताते हुए कहा कि 2019 के एक चुनावी भाषण पर 2022 को पूर्णेश मोदी राहुल गांधी पर मानहानि का मुकदमा दर्ज करता है। फिर वो देखता हैं कि कोर्ट हमारे लिए फेवरेबल नहीं हैं तो वो 7 मार्च 2022 को हाईकोर्ट में स्टे लगाते हैं। फरवरी 2023 को राहुल गांधी अडानी के संबंध में मोदी जी से संसद में सवाल पूछते हैं तो 16 फरवरी को पूर्णेश मोदी हाईकोर्ट से स्टे वापस ले लेता है।
चौधरी ने आगे कहा कि 27 फरवरी को ट्रायल शुरू होता है और कोर्ट 23 मार्च को राहुल गांधी को मानहानि के मामले में दोषी करार देते हुए सबसे ज्यादा सजा 2 साल की सजा देती है, जैसी कि आज तक दी नहीं गई। उन्होंने कहा कि इसके बाद गुजराती भाषा के 160 पेज का ऑर्डर पढक़र 24 घंटे में ही उनकी लोकसभा की सदस्यता समाप्त कर दी जाती है।
लोकसभा के स्पीकर पर ओम बिड़ला चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा कि वे हमारे साथ एमएलए रहे हैं उनकी अंग्रजी और दूसरी भाषा कैसी है हमें पता है। चौधरी ने आरोप लगाया कि सरकार विपक्षी नेता, समाजसेवी और पत्रकारों को उनके खिलाफ आवाज उठाने पर टारगेट करके निशाना बनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि अंग्रेजों की तरह मोदी सरकार विपक्ष को राजद्रोह जैसे मामलों में फंसा रही है। लेकिन, अंग्रजों और कौरवों दोनों के पास धन, ताकत, शस्त्र सब थे लेकिन, उनके पास सत्य नहीं था इसलिए इन्हें हारना पड़ा। पूरा विपक्ष मोदी की तानाशाही का विरोध कर रहा है। हम इस मामले में हमारे तरीके से चलेंगे और न्यायिक प्रक्रिया के तहत आगे बढ़ेंगे। डरेंगे नहीं हटेंगे नहीं। सत्याग्रह और इस तरह के कदम से हम राहुल गांधी के साथ खड़े रहेंगे। वो चुनाव भी जीतेंगे और न्यायालय में भी जीतेंगे।
उन्होंने कहा कि राजस्थान में गहलोत सरकार ने काम किया है उसके अनुसार मुख्यमंत्री का आगामी विधानसभा में 156 सीटें लाने का दावा एकदम सही है।
भाजपा पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि किसानों को गुमराह करने के लिए उन्होंने किसान के बेटे के रूप में सतीश पूनिया को प्रदेशाध्यक्ष के रूप में प्रोजेक्ट किया। उन्होंने कहा कि कौनसा ऐसा आंदोलन था जो नहीं किया सतीश पूनिया ने। कौनसा ऐसा जिला था जहां पर वो बेरीकेट्स पर नहीं चढ़े।
उन्होंने इन आंदोलनों में अपने चश्मे तक तुड़वा लिए। क्या हुआ उनके साथ? हटा दिया। भाजपा ने सिर्फ सतीश पूनिया के साथ ही नहीं सत्तर प्रतिशत किसानों के साथ अन्याय किया है। उन्होंने कहा कि वो प्रदेशाध्यक्ष थे अब क्या बनाया उन्हें? प्रतिपक्ष उपनेता। उन्होंने कहा कि प्रतिपक्ष उपनेता कोई संवैधानिक पद नहीं है। एक इतने बड़े नेता को भाजपा ने ठिकाने लगा दिया। कई बड़े नेताओं को भाजपा ने दरकिनार किया है।