चित्तौड़गढ़। राजस्थान में चित्तौड़गढ़-प्रतापगढ़ दुग्ध उत्पादक संघ के अध्यक्ष पद पर डेयरी स्थापना के 13 साल बाद मंगलवार को पहली बार कांग्रेस समर्थित अध्यक्ष का निर्वाचन होने से सत्तारूढ़ पार्टी के खेमे में उत्साह है।
निर्वाचन अधिकारी जयदेव देवल के अनुसार पिछले दिनों डेयरी के बारह निदेशकों के चुनाव सम्पन्न हुए जिनमें भाजपा एवं कांग्रेस के छह-छह समर्थक चुने गए थे। ऐसे में अध्यक्ष पद के लिए पसोपेश की स्थिति में भाजपा समर्थक वार्ड 5 से जमनालाल एवं वार्ड 7 से मदनलाल ने जबकि कांग्रेस समर्थक डेयरी के वार्ड 12 भरत आंजना एवं जिला परिषद सदस्य तथा डेयरी के वार्डएक से निदेशक ने अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किए जिनकी जांच की गई।
जांच में भाजपा समर्थक दोनों ही उम्मीदवारों के शैक्षणिक योग्यता के प्रमाण पत्र संदिग्ध पाए जाने पर खारिज कर दिए गए जबकि भरत आंजना ने अपना नामांकन वापस ले लिया। इसके बाद कांग्रेस समर्थित बद्रीलाल जाट जगपुरा को निर्विरोध अध्यक्ष घोषित कर दिया गया।
इस चुनाव में चले घटनाक्रम के दौरान निदेशकों के चुनाव में निवर्तमान अध्यक्ष बद्रीलाल जाट सिंहपुर को पुर्न अध्यक्ष बनने से रोकने के लिए पहले उन्हें चुनाव अधिकारी ने वार्ड पांच से अयोग्य घोषित कर दिया जिसके विरूद्ध वे उच्च न्यायालय भी गये लेकिन वहां से राहत नहीं मिलने पर उन्होंने एक अन्य वार्ड से नामांकन दाखिल किया लेकिन तकनीकी आधार पर उसे भी खारिज कर दिया गया।
इसके बाद बद्री जाट ने अपना कब्जा बरकरार रखने के लिए अपने समर्थक निदेशक चुनवा लिए और अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भी दाखिल करवा दिए लेकिन आज भी वे मात खा गए और आखिरकार तेरह साल से चल रहा उनका कब्जा समाप्त हो गया। गौरतलब है कि बद्रीलाल को वसुंधरा राजे का विशेष आशीर्वाद प्राप्त है और उदयपुर संभाग के एक कद्दावर जाट नेता है।