नयी दिल्ली । कांग्रेस एनआरसी के गलत क्रियान्वयन, राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद में गड़बड़ी, बैंक घोटाले, किसानों की समस्याओं तथा बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर देशव्यापी जनआंदोलन करेगी और सड़क से संसद तक सरकार को घरेगी।
कांग्रेस की सर्वोच्च नीति निर्धारक इकाई कार्य समिति की शनिवार को यहां पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया। आंदोलन शुरू करने के समय के बारे में पार्टी की प्रदेश तथा जिला इकाइयों के साथ विचार विमर्श कर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा। कांग्रेस की कमान संभालने के बाद गांधी ने पिछले महीने कार्य समिति का पुनर्गठन किया था। गांधी की अध्यक्षता में समिति की यह दूसरी बैठक थी। बैठक करीब साढे तीन घंटे चली। बैठक में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी मौजूद नहीं थीं।
बैठक के बाद कांग्रेस महासचिव अशोक गहलोत तथा संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बैठक में असम में राष्ट्रीय नागरिक राजिस्टर (एनआरसी) का असम समझौते के आलोक में क्रियान्वयन, राफेल सौदे तथा बैंकों में हुए घोटाले के साथ ही अर्थव्यवस्था की बिगड़ती स्थिति, बेरोजगारी और किसानों की समस्या पर व्यापक विचार विमर्श हुआ। उन्होंने कहा कि इन मुद्दों को जनता के बीच ले जाने के लिए जन आंदोलन शुरू करने का निर्णय लिया गया।
गहलोत ने कहा कि बैठक में यह बात भी रखी गयी कि 2019 के लोकसभा चुनाव तक हर महीने कार्य समिति की बैठक की जाएगी। इसमें चुनाव संबंधी रणनीति पर विचार विमर्श होगा अौर इसको लेकर कार्य समिति जो भी निर्णय लेगी उसे जमीनी स्तर पर क्रियान्वित किया जाएगा। समिति की ये बैठकें एक तरह से आम चुनावों की तैयारी को लेकर होगी।