नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस ने दलितों पर अत्याचार के खिलाफ आैर साम्प्रदायिक सौहार्द्र को लेकर आज पूरे देश में उपवास किया।
गांधी और पार्टी के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता यहां महात्मा गांधी समाधि राजघाट के सामने अनशन पर बैठे। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन तथा बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता सुबह से ही अनशन पर बैठ गये। पार्टी अध्यक्ष दोपहर में राजघाट पहुंचे और राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद अनशन में शामिल हुए।
उपवास पर बैठने वाले नेताओं में लोकसभा में पार्टी के नेता मल्लिकार्जुन खड़्रगे, संगठन महासचिव अशोक गहलोत, वरिष्ठ नेता मोतीलाल वाेरा, दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और पार्टी में दिल्ली प्रभारी महासचिव पीसी चाको भी शामिल थे।
इस मौके पर गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाया और कहा कि भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा देश को बांटने की है। उन्होेंने कहा कि यह उपवास भाजपा की उस विचारधारा के खिलाफ है जो दलितों, किसानों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों को कुचलने में विश्वास करती है।
उन्होंने अारोप लगाया कि मोदी दलित विरोधी है अौर यह पूरा देश जानता है। मोदी के दिल में दलितों के लिए कोई दया नहीं है। मोदी सरकार हिंसा और घृणा फैला रही है। यह उपवास लोकतंत्र को बचाने के लिए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सभी वर्गों की सुरक्षा करती है। गांधी ने आरोप लगाया कि भाजपा दलितों को कुचलने की राजनीति करती है और देश को बांटती है।
इससे पहले पार्टी का उपवास यह विवादों में आ गया। गांधी के उपवास स्थल पर पहुंचने से पहले पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं सज्जन कुमार और जगदीश टाइटलर को उपवास स्थल से चले जाने का कहा गया है। इसके अलावा पार्टी के नेता माकन, परवेज हाशमी और अरविंदर सिंह लवली तथा अन्य कार्यकर्ताअों पर भोजन के बाद उपवास पर बैठने के आरोप लगे।
VIDEO : अजमेर में कांग्रेस का उपवास, गांधी भवन चौराहे पर मौन अनशन