नयी दिल्ली । अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद(आईसीसी) के मुख्य कार्यकारी डेविड रिचर्डसन ने खुलासा किया है कि मैच फिक्सिंग को लेकर खिलाड़ियों से लगातार जानकारियां मिल रही है, हालांकि उन्हें उम्मीद है कि इन सबके बीच भी 2019 के विश्वकप भ्रष्टाचार मुक्त होंगे।
आईसीसी के मुख्य कार्यकारी ने कहा कि राष्ट्रीय संस्थाओं और सरकारों को भ्रष्टाचार और फिक्सिंग समाप्त करने के लिये कदम उठाने चाहिये। रिचर्डसन ने यहां एक प्रमोशनल कार्यक्रम के दौरान कहा,“आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई फिक्सिंग जैसी समस्याओं से लड़ने के लिये सक्रियता के साथ कदम उठा रही है और उन लोगों के खिलाफ कदम उठा रही है जो दुनियाभर में इस खेल को खराब करने का काम कर रहे हैं।”
रिचर्डसन ने साथ ही कहा कि आईसीसी सरकारों से मिलकर मैच फिक्सरों को जेल की सज़ा का प्रावधान करने के लिये कानून बनाने की अपील भी कर रही है। उन्होंने कहा,“हम सरकारों से अपील कर रहे हैं कि वे क्रिकेट मैचों में फिक्सिंग को कानूनी रूप से अपराध की श्रेणी में डाल दे और इसके दोषियों को जेल की सज़ा दी जाए।”
आईसीसी अधिकारी ने कहा कि एसीयू फिक्सिंग को लेकर काफी सक्रिय है जिसकी वजह से खिलाड़ियों की ओर से फिक्सरों द्वारा संपर्क किये जाने जैसी सूचनाएं लगातार मिल रही हैं। हाल ही में श्रीलंका के गेंदबाजी कोच और पूर्व खिलाड़ी नुवान जोएसा को मैच फिक्सिंग के अारोप में निलंबित किया गया था जबकि श्रीलंका के दिग्गज ओपनर सनत जयसूर्या पर भी फिक्सिंग संपर्क की जानकारी नहीं देने का आरोप लगा था।
रिचर्डसन ने कहा,“ हमें लोगों से फिक्सिंग और भ्रष्टाचार से जुड़ी बेहतरीन खुफिया जानकारियां मिल रही हैं और हम इस अपराध को रोकने में इसलिये कामयाब हो रहे हैं क्योंकि ज्यादा से ज्यादा क्रिकेटर हमें इससे जुड़ी जानकारियां खुल कर दे रहे हैं।