भोपाल । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ तीन चार दिनों के अंदर अपने मंत्रिमंडल का गठन कर सकते हैं। वे इस संबंध में वरिष्ठ नेताओं से चर्चा के लिए कल रात दिल्ली पहुंच गए हैं।
सूत्रों के अनुसार कमलनाथ आज और कल दिल्ली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से चर्चा करेंगे। श्री कमलनाथ मुख्य रूप से कांग्रेस विधायक दल की बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में शामिल हुए ए के एंटोनी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से चर्चा करेंगे। माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल गठन को लेकर दिल्ली में पूरी रणनीति तैयार कर कमलनाथ राजधानी भोपाल लौटेंगे और फिर मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है।
सत्रह दिसंबर को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले श्री कमलनाथ ने कल शाम यहां राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से लगभग 20 मिनट तक मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने विधानसभा के सत्र के संबंध में मुख्य रूप से चर्चा की। माना जा रहा है नवगठित विधानसभा का पहला सत्र 7 जनवरी को शुरू होगा। उस दिन नए विधायकों की शपथ के बाद अगले दिनों में राज्यपाल का अभिभाषण होगा।
कमलनाथ इसके बाद दिल्ली रवाना हो गए। इसके पहले उन्होंने पत्रकारों से चर्चा में मंत्रिमंडल के गठन को लेकर सिर्फ इतना कहा कि नए विधायकों को मौका नहीं दिया जाएगा। और सपा तथा बसपा विधायकों के मंत्री बनने के संबंध में निर्णय उनके नेताओं को करना है, क्योंकि उन्होंने समर्थन देते वक्त इस तरह की कोई शर्त नहीं रखी थी।
इस बीच बताया जा रहा है कि राज्यपाल भी 26 से 31 दिसंबर के बीच राजधानी भोपाल में नहीं रहेंगी। इस लिहाज से अनुमान है कि श्री कमलनाथ दिल्ली से लौटकर 25 दिसंबर के पहले ही अपने मंत्रिमंडल का गठन कर सकते हैं।