सबगुरु न्यूज-सिरोही। राजस्थान में सरकारी विभाग में कोई आपसे वैध काम करने के लिए रिश्वत मांगे तो आप राजस्थान के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की हेल्पलाइन नम्बर पर संपर्क करके इसकी शिकायत कर सकते हैं। पिछले महीने राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक विभाग द्वारा संपूर्ण राजस्थान के लिए 1064 नम्बर जारी किए गए हैं। इस हैल्पलाइन पर संपर्क करके परिवादी अपनी शिकायत दर्ज करवा सकता है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो सिरोही के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नारायणसिंह राजपुरोहित ने बताया कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के उक्त हैल्पलाइन नम्बर पर फोन करके पीडि़त अपनी शिकायत दर्ज कर सकता है। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही यह नम्बर जिला मुख्यालय पर प्रमुख स्थानों पर लगवाए जाएंगे। बुधवार को एंटीकरप्शन-डे पर विभाग के डीजी के निर्देश पर आयोजित परिवादियों के उत्साहवर्धन कार्यक्रम के दौरान उन्होंने बताया कि लोग जागरूक होकर भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम का हिस्सा बनें।
उन्होंने बताया कि राजस्थान सरकार के विभागों के अलावा यदि केन्द्र सरकार के विभागों में भी कोई रिश्वत मांगता है तो पीडि़त इसकी सूचना भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में करके उन्हें ट्रेप करवा सकता है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष कोविड के बावजूद चार ट्रेप की कार्रवाई की गई। इसके आलावा चालान और एफआईआर भी दर्ज की गईं।
-अटके हुए काम का ब्यूरो करता है फॉलोअप
दरअसल, इस वर्ष जिला भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा जो ट्रेप की कार्रवाइयां की गई थी उनकी शिकायतों के परिवादी तथा इसमें शामिल स्वतंत्र गवाहों को उत्साहवर्धन, ट्रेप के बाद उन्हें आरोपित द्वारा परेशान करने या न करने, जिस काम के लिए रिश्वत मांगने पर परिवादी ने हिम्मत जुटाकर रिश्वतखोर को पकड़वाया था वो हुआ या नहीं हुआ इसकी जानकारी लेने के लिए बुधवार को यह संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
एसीपी ने बताया कि जिस काम के लिए रिश्वत मांगने पर परिवादी ने कार्मिक को ट्रेप करवाया है उस वैध काम के होने तक उसका नियमित फॉलो अप किया जाता है। इसके लिए ब्यूरो के स्तर पर विभिन्न अधिकारियों से उस कार्य को करने के लिए पत्राचार भी किया जाता है जिससे परिवादी को कोई समस्या न हो।
-क्या कहा परिवादियों ने?
एक बार ट्रेप करवाने की हिम्मत दिखाने के बाद परिवादी के साथ क्या हुआ इसकी जानकारी सबगुरु न्यूज को परिवादियों न दी। एक परिवादी ने बताया कि उन्होंने कार्मिक को रिश्वत लेने पर ट्रेप करवाया। उसके बाद अब उस कार्यालय में उनका वैध काम कोई भी कार्मिक नहीं रोकता, जबकि इससे पहले उन्हें चक्कर पर चक्कर लगाने पड़ते थे।
अब कार्यालय में घुसते ही वैध काम को नियत समय में कर दिया जाता है। एक अन्य परिवादी ने बताया कि जिस व्यक्ति को उन्होंने ट्रेप करवाया उससे वे ही नहीं अन्य कई लोग परेशान थे। ट्रेप करवाने के बाद अब लोग राहत महसूस कर रहे हैं, यह देखकर गौरव की अनुभूति होती है कि समाज से भ्रष्ट लोगों की गंदगी साफ करने में उनका योगदान रहा है।