अलवर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अलवर जिले के मालाखेड़ा कस्बे में दो दिन पहले एक सभा के दौरान हनुमानजी को दलित कहने को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। उत्तर प्रदेश से बागपत के सांसद और केंद्र में मंत्री सत्यपाल चौधरी ने कहा कि हनुमान आर्य थे।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री सत्यपाल चौधरी गुरुवार को अलवर में पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भगवान राम और हनुमान के समय में ना कोई वंचित है ना कोई दलित था ना कोई शोषित था यह आधुनिक जमाने के शब्द हैं। उस वक्त कोई जाति व्यवस्था नहीं थी। सिर्फ वर्ण व्यवस्था थी।
उन्होंने कहा कि हनुमान जी आर्य थे क्योंकि भारत मे अत्यवर्त ही थे उन्हीं से ही भारत का नाम पड़ा क्योंकि भारत का पहले नाम आर्यवर्त था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा दलित बताए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी ने किस परिपेक्ष में यह बात कही वह इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते।
अयोध्या में राम मंदिर बनाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह कोई चुनावी मुद्दा नहीं है करोड़ों लाखों लोगों के दिलों की भावना का मुद्दा है। केंद्र सरकार और उनकी पार्टी और देश के करोड़ों लोग चाहते हैं कि अयोध्या मसले पर उच्चतम न्यायालय जल्दी फैसला दे लेकिन उस फैसले को लटकाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इस संबंध में वह कुछ नहीं कह सकते कि केंद्र सरकार इसके लिए कानून लाएगी या नहीं। उन्होंने कहा कि कई बार कई सरकारों ने उच्चतम न्यायालय के उलट कानून लेकर आई हैं उन्होंने कहा कि वह न्याय व्यवस्था में विश्वास रखते हैं और उसका सम्मान करते हैं ।राम मंदिर के लिए कानून बने या नहीं बने यह समय बताएगा इस मेरे स्तर पर मैं कुछ नहीं कह सकता।
उन्होंने पत्रकारों से कहा कि केंद्र सरकार ने अब बच्चों के बस्तों का वजन कम कर दिया है और उनकी फीस पर भी लगाम रखने का काम करेंगे और उनकी सरकार का प्रयास है कि शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाए और बदलाव लाया जाए जिससे शिक्षा व्यवस्था अनुकूल हो सके।
उन्होंने बताया कि इस संबंध में उनके विभाग द्वारा शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए सुझाव मांगे गए थे उनके विभाग को करीब 44 हजार सुझाव प्राप्त हुए हैं। गंगा की सफाई के सवाल पर उन्होंने कहा कि गंगा की सफाई का कार्य चल रहा है और सरकार द्वारा फैक्ट्रियों और अन्य लोगों पर पाबंदी लगाई गई है कि गंदा पानी गंगा में नहीं जाए।