रियो डी जेनेरो। एवर्टन और गैबरिएल जीसस के पहले हाफ में जबरदस्त गोल के बाद पेनल्टी पर रिचार्लिसन के गोल ने ब्राजील को पेरू के खिलाफ 3-1 की जीत के साथ फुटबाल के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित टूर्नामेंट कोपा अमरीका का नौवीं बार चैंपियन बना दिया।
माराकाना स्टेडियम में खेले गए इस खिताबी मुकाबले में ग्रेमियो फारवर्ड एवर्टन ने 15वें ही मिनट में मेज़बान टीम के लिए गोल कर 1-0 की बढ़त दिला दी। इसके बाद पेरू के कप्तान पाओलो गुरेरो ने 44वें मिनट में पेनल्टी स्पॉट से गोल कर स्कोर 1-1 की बराबरी पर पहुंचा दिया।
जीसस ने ब्राजील के लिये हाफ टाइम में ही एक जबरदस्त गोल करते हुए फिर से अपनी टीम को बढ़त पर पहुंचा स्कोर 2-1 कर दिया। मुकाबले में काफी रोमांच भी देखने को मिला तथा मेज़बान टीम 70वें मिनट तक 10 खिलाड़ियों के साथ रह गई जब ब्राजील के जीसस को दूसरी बार येलो कार्ड मिला। उन्हें कार्लाेस जम्ब्रानो के साथ गेंद को छीनने के प्रयास में कोहनी मारने पर कार्ड दिखाया गया जिससे उन्हें बाहर जाना पड़ा।
लेकिन पांच बार की चैंपियन ने अपनी बढ़त को बरकरार रखने के लिए संघर्ष जारी रखा और 90वें मिनट में रिचार्लिसन के देरी से किए गोल से स्कोर 3-1 पहुंचा ब्राजील की जीत सुनिश्चित कर दी।
यह नौवां मौका है जब ब्राजील ने फुटबाल के सबसे पुराने अंतरराष्ट्रीय महाद्वीपीय टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम किया है, जिसे पहली बार 1916 में खेला गया था। आखिरी बार वर्ष 2007 में वेनेजुएला में ब्राजील ने अर्जेंटीना को 3-0 से हराकर यह खिताब जीता था।
ब्राजील और पेरू दोनों ही टीमों ने फाइनल के लिए अपने लाइनअप में कोई बदलाव नहीं किया था। जाम्ब्रानो, आंद्रे कारिलियो और एडिसन फ्लोरेस ने लगातार तीसरे मैच में पेरू के लिये शुरूआत की, हालांकि ब्राजील के खिलाफ पेरू के ग्रुप चरण मुकाबले में वे नहीं खेले थे जिसमें उसे 0-5 से करारी शिकस्त झेलनी पड़ी थी।
ब्राजील के एलेक्स सांद्रो ने टीम में अपनी जगह बरकरार रखी, जिन्हें फिलिप लुईस की जगह लिया गया था, हालांकि अर्जेंटीना के खिलाफ सेमीफाइनल में 2-0 की जीत में अपनी अहम भूमिका के चलते उन्हें बरकरार रखा गया।
खिताबी मुकाबले में पेरू ने काफी आक्रामक शुरूआत की और जबरदस्त डिफेंस से ब्राजील को उसने पीछे की ओर धकेल दिया। हालांकि मेज़बान टीम ने जल्द ही स्थिति पर काबू पाते हुए 15वें मिनट मे अपना पहला गोल कर दिया जीसस के क्रॉस पर एवर्टन ने पहले ही प्रयास में टीम को बढ़त दिलाई जिससे गोलकीपर पेड्रो गलासे के पास कोई मौका ही नहीं बचा। 23 वर्षीय स्ट्राइकर इसी के साथ टूर्नामेंट में तीन गोल के साथ शीर्ष स्काेरर भी रहे।
इस गोल ने मैच में ब्राजील को एक नई उर्जा दे दी और इसके बाद उसने अपना दबदबा लगातार बरकरार रखा। टीम अपनी बढ़त को 37वें मिनट में ही दोगुनी कर सकती थी जब रॉबर्टाे फर्मिन्हो ने एलेक्स सांड्रो के क्रॉस पर हेडर किया लेकिन यह बार के ऊपर से निकल गया।
हालांकि पेरू ने अपना संयम बनाए रखा और 41वें मिनट में पेनल्टी हासिल कर ली। रेफरी रॉबर्टाे टोबार ने वीडियो अंपायर से सलाह करने के बाद माना कि थियागो सिल्वा ने गेंद को हाथ लगाया था। सेलेकाओ ने फिर योशिमार योतुन से बढ़त का मौका छीनते हुए जीसस को गेंद पास कर दी जिन्होंने मौका गंवाए बिना दूसरा गोल दाग दिया। ब्राजील ने हाफ टाइम में अपनी बढ़त को इस तरह बरकरार रखा।
फिलिप कोटिन्हो के पास भी गोल का मौका आया लेकिन 20 यार्ड की दूरी से उनका शॉट बार के ऊपर से निकल गया। ब्राजील को मैच के 20 मिनट रहते बड़ा झटका तब लगा जब मैनचेस्टर सिटी फारवर्ड जीसस को दूसरा येलो कार्ड मिलने पर मैदान से बाहर जाना पड़ा।
ब्राजील कोच टीटे ने तुरंत दो बदलाव करते हुए फारवर्ड रिचार्लिसन को फर्मिन्हो और सेंटर बैक मिलिताओ को कोटिन्हो की जगह उतारा। उनका यह कदम सही साबित हुआ और टीम ने 90वें मिनट में रिचार्लिसन के गोल से 3-1 से जीत सुनिश्चित कर नौवीं बार खिताब अपने नाम कर लिया।