भिंड । मध्यप्रदेश के भिंड में दसवीं और बारहवीं बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी बैठक में कलेक्टर छोटे सिंह ने हाईस्कूल-हायर सेकंडरी प्राचार्य, व्याख्याता, बीईओ और बीआरसीसी से कहा कि भिण्ड जिले में पिछले तीन साल में जिस तरह से नकल पर अंकुश लगा है, वैसी स्थिति इस बार भी चाहिए। इसमें लापरवाही किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार कल यहां एक बैठक में कलेक्टर सिंह ने यह निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) वीएस सिकरवार द्वारा जिले के गोहद विकास खण्ड के एंडोरी एवं भिण्ड के सनावई को परीक्षा केंद्र बनाए जाने पर नाराजगी जतायी।
कलेक्टर ने बैठक में मौजूद शिक्षा विभाग के अफसरों से पूछा कि बीते वर्ष बोर्ड परीक्षाओं में शून्य एवं कम परीक्षा परिणाम वाले हाईस्कूल एवं हायर सेकंडरी स्कूलों के प्राचार्यों पर अब तक कार्रवाई क्यों नहीं की गई है। कलेक्टर के इस सवाल का कोई भी अधिकारी जवाब नहीं दे पाया। कलेक्टर ने कहा कि राष्ट्रपति व राज्यपाल पुरस्कार प्राप्त शिक्षक जहां पदस्थ हैं वहां उनका उत्कृष्ट कार्य दिखना चाहिए। ये अतिरिक्त कक्षाएं लगाएं। कोचिंग पढाने वाले विषय विशेषज्ञ भी अपने स्कूलों में अतिरिक्त कक्षाएं लगाएं।
कलेक्टर ने कहा कि परीक्षा भयमुक्त, नकलरहित परीक्षा कराना उनकी प्राथमिकता है। परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा के दौरान सर्चिंग अच्छी तरह से होना चाहिए। परीक्षा हाल में सभी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं जैसे मोबाईल, केक्यूलेटर आदि पूरी तरह से प्रतिबंध रहेंगे। परीक्षा के दौरान यदि किसी प्रकार की अनियमितता एवं नकल सामग्री मिलती तो संबंधित के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।